अलवर. चाइना में रहने वाले भारतीयों को एयरलिफ्ट करके भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी. दो फ्लाइटों में आने वाले भारतीयों को मानेसर स्थित आइटीबीपी और आर्म्स फोर्स के कैम्प में रखा गया. इसके बाद तीसरी फ्लाइट से आने वाले भारतीयों को अलवर लाया जाना था.
लेकिन सरकार की तरफ से तीसरी फ्लाइट नहीं भेजी गई. ऐसे में चाइना से आने वाले भारतीयों को अलवर में शिफ्ट नहीं किया गया. इसलिए यहां ड्यूटी पर लगाए गए अतिरिक्त स्टाफ को वापस उनके गंतव्य स्थान पर भेज दिया गया. अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज सहित तीन जगहों पर 11 दिन पूर्व चाइना से आने वाले भारतीयों को रखने की व्यवस्था की गई थी. इसके लिए रातों-रात ईएसआई अस्पताल के 2 भवनों को तैयार किया गया और देखरेख के लिए उदयपुर, झुंझुनू, जयपुर सहित पूरे प्रदेश से कर्मचारियों को लगाया गया.
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लेकिन अब पूरे स्टाफ को वापस उनकी जगह पर भेज दिया गया है. वहीं सभी से अलर्ट पर रहने और किसी भी समय अलवर आने की व्यवस्था रखने के लिए कहा गया है. ईएसआईसी के अधिकारियों ने कहा कि जब भी भारतीयों को यहां लाया जाएगा. उससे कुछ घंटों पहले यहां सूचना दी जाएगी. इसलिए कर्मचारियों को वापस भेज दिया गया है. किसी भी तरह की जानकारी मिलने पर व्यवस्था कर दी जाएगी.