अलवर. स्थापना दिवस के उपलक्ष में आयोजित होने वाले मत्स्य उत्सव का आगाज 23 नवंबर से होगा. इस चार दिवसीय कार्यक्रम के तहत जहां अलवर के प्राकृतिक वैभव, ऐतिहासिक और धार्मिक पर्यटन महत्व के स्थानों का दिग्दर्शन कराया जाएगा. वहीं लोके कलाकारों द्वारा लोक कलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा.
मत्स्य उत्सव के दौरान अलवर के ऐतिहासिक और पर्यटन महत्व के चौराहों और कार्यक्रम स्थलों पर विशेष सफाई, साज- सज्जा और रोशनी की जाएगी. इसको लेकर नगर विकास न्यास, नगर परिषद पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन ने मत्स्य उत्सव की तैयारियां शुरू कर दी हैं.
ये पढ़ेंः अलवरः रामगढ़ सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बाल दिवस के मौके पर हुआ साइकिल वितरण का कार्यक्रम
जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह के ने बताया कि 23 नवंबर को सुबह सुभाष चौक स्थित जगन्नाथ मंदिर के मंदिर में भगवान जगन्नाथ जी की आरती के साथ मत्स्य उत्सव का श्रीगणेश होगा. प्रातः 6 बजे मुंशी महारानी की छतरी से बालाकिला तक इको ट्रेकिंग होगी. शाम 7:00 बजे फतेहगंज गुंबद पर कव्वाली का कार्यक्रम होगा.
24 नवंबर को प्रातः 6:30 बजे महल चौक से सिलीसेढ़ तक अलवर पैडल ग्रुप अलवर साइकिलिंग क्लब के सहयोग से अलवर ऑन व्हील्स कार्यक्रम आयोजित होगा. 10 बजे इंदिरा गांधी स्टेडियम में रस्साकशी, खो खो सतोलिया जैसी स्थानीय खेलों को आयोजित किया जाएगा. 11 बजे स्टेडियम में ही सैंड आर्ट कार्यक्रम आयोजित होगा. वहीं शाम 7 बजे महल चौक में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.
ये पढ़ेंः सरिस्का घूमने के लिए साइकिल से अलवर पहुंचे इंग्लैंड से आए पर्यटक
इसी क्रम में 25 नवंबर को प्रातः 10:00 बजे स्वामी विवेकानंद स्मारक पर मेहंदी, रंगोली, पेंटिंग प्रतियोगिता कराई जाएगी. 11 बजे सिलीसेढ़ लेक पैलेस पर पैडल बोट रेस. वहीं 1 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. शाम 6:00 बजे राज ऋषि कॉलेज परिसर में अलवर के युवाओं की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे.
वहीं अंतिम दिन 26 नवंबर को प्रातः 10:00 बजे मूसी महारानी की छतरी पर फोटो प्रदर्शनी लगाई जाएगी. दोपहर 2 बजे भानगढ़ में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.