अलवर. जिले के एक गांव में 29 जून को 12 साल की बच्ची से हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में भाजपा के पूर्व विधायक और प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानदेव आहूजा एक्शन मोड में हैं. आहूजा लगभग 200 समर्थकों के साथ पीड़िता के गांव पहुंच गए और 25 जुलाई को गैंगरेप के विरोध में रैली करने की घोषणा की.
ज्ञानदेव आहूजा ने पीड़िता के पिता और नाना से बात की. उन्होंने कहा कि पीड़िता के पिता को राजीनामा करने के लिए डराया धमकाया गया और प्रलोभन दिए गए. उन्होंने घटना के विरोध में 25 जुलाई को रैली करने की घोषणा की.
उधर, पीड़ित परिवार ने दुष्कर्मियों को फांसी की सजा देने की मांग की है. पीड़िता के पिता ने बताया कि उन्हें 2 दिन तक आरोपी पक्ष ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने दी. रुपयों और जमीन का प्रलोभन दिया. जान से मारने की धमकी भी दी. रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भी धमकियां दी जा रही हैं.
पीड़ित परिवार से मिलने के बाद आहूजा रामगढ़ थाने पहुंचे और थानाधिकारी रामनिवास मीणा से बात की. गौरतलब है कि गैंगरेप मामले में दो आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं. तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी की लगातार मांग की जा रही है.
ये है मामला
रामगढ़ थाने में 3 जुलाई को 12 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप का मामला दर्ज कराया गया था. वारदात में 3 आरोपी शामिल थे. गैंगरेप की घटना को 29 जून को अंजाम दिया गया था. रिपोर्ट में बताया गया कि बच्ची के माता-पिता मजदूरी करते हैं और बाहर ही रहते हैं. घटना के दिन घर में परिजन नहीं थे. बच्ची पशुओं को चारा देने निकली थी. इस दौरान पड़ोस में रहने वाले 3 युवक उसे उठाकर खेत में ले गए. जहां तीनों ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया. आरोपियों ने बच्ची को धमकी दी कि वह किसी से इस बारे में कहेगी तो उसे और उसके छोटे भाई को जान से मार देंगे.
वारदात की गंभीरता को देखते हुए अलवर एसपी तेजस्विनी गौतम पीड़ित बच्ची के गांव पहुंची और परिवार से मिली. गौतम ने शीघ्र कार्रवाई का भरोसा दिया.