अलवर. मत्स्य विश्वविद्यालय में बुधवार को पहला दीक्षांत समारोह प्रताप ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ. जहां मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र मौजूद रहे. साथ ही कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने भी शिरकत की. वहीं, कार्यक्रम में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को राज्यपाल ने गोल्ड मेडल दिया.
साल 2012 में राजस्थान यूनिवर्सिटी से अलवर को अलग करते हुए अलवर में मत्स्य विश्वविद्यालय खोला गया. जिसका कुछ समय बाद नाम बदलकर राजर्षि भर्तहरि विश्वविद्यालय किया गया. हमेशा विवादों में रहने वाले अलवर के विश्वविद्यालय में वाइस चांसलर और रजिस्ट्रार का पद लंबे समय से खाली चल रहा है.
वहीं, भरतपुर विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर अविनाश कुमार बंसल को अलवर विश्वविद्यालय का अतिरिक्त चार्ज दिया हुआ है. दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संविधान की शपथ दिलाई और उनके मूल अधिकारों के बारे में जानकारी दी. इस मौके पर जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह, पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख सहित अलवर जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारी और कई विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलर सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी-पदाधिकारी भी मौजूद रहे.
इस मौके पर राज्यपाल ने सभी छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि जिन लोगों को पुरस्कार मिले हैं वो आगे और बेहतर प्रयास करे. साथ ही उन्होंने कहा कि जिन लोगों को पुरस्कार नहीं मिले हैं, वो पुरस्कार जीतने की रणनीति बनाकर कार्य करें. राज्यपाल ने कहा कि दीक्षांत समारोह में मैं जहां-जहां गया हूं वहां सभी जगहों पर गोल्ड मेडल बालिकाओं को प्राप्त हुए हैं.
अलवर विश्वविद्यालय का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 2017 के 22 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिया गया. जिसमें 2 छात्र और 20 बालिकाएं शामिल है. इसी तरह 2018 में 38 लोगों को गोल्ड मेडल दिए गए हैं. जिसमें 8 छात्र और 30 छात्राएं हैं. राज्यपाल ने कहा कि अलवर में कुल 60 लोगों को गोल्ड मेडल दिए हैं. इसमें 10 छात्र और 50 छात्राएं शामिल है.
राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में बालिकाएं पढ़ रही हैं और आगे बढ़ रही है, यह शुभ लक्षण है. क्योंकि हमारे धर्मों के हिसाब से जहां नारी की पूजा होती है, वहीं समृद्धि होती है. इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री भंवरलाल भाटी ने कहा कि अलवर मत्स्य विश्वविद्यालय में सभी कमियों को पूरा करने के लिए लगातार सरकार की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं.