अलवर. शनिवार को भिवाड़ी के सीइटीपी प्लांट (Common Effluent Treatment Plant) में रीको एमडी अर्चना और शासन सचिव उद्योग टी रविकांत ने एसटीपी प्लांट (Sewage Treatment Plants In Bhiwadi) का दौरा कर जायजा लिया. इस दौरान सीईटीपी प्लांट में किए जा रहे बदलावों की जानकारी लेते हुए उचित दिशा निर्देश भी दिए. इस दौरान बीएमए अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान रीको यूनिट प्रथम के आरएम के के कोठारी सहित रीको के अधिकारी उपस्थित रहे.
उद्योग शासन सचिव टी रविकांत ने बताया कि भिवाड़ी में लंबे समय से चले आ रहे गंदे पानी की निकासी की समस्या (Bhiwadi Water Drainage Problem) को दूर करने के लिए सीईपीटी प्लांट में कुछ बदलाव करना जरूरी हो गया था. जिसको देखते हुए उद्योग इकाइयों के पानी और सोसाईटीयों के पानी को अलग करने की प्रक्रिया चल रही है, जिसके तहत अलग-अलग पाई लाईन डालकर प्लांट में कुछ बदलाव किए जा रहे हैं जिस का जायजा लेने के लिए और पूरा रोड मैप जानने के लिए शनिवार को उन्होंने भिवाड़ी स्थित प्लांट का दौरा किया है. साथ ही उचित दिशा निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए.
हरियाणा और राजस्थान के मनमुटाव होंगे दूर : बीएमए अध्यक्ष सुरेंद्र चौहान ने बताया कि रीको एमडी एवं उद्योग शासन सचिव टी रविकांत ने प्लांट में किए जा रहे बदलाव का जायजा लेते हुए उचित दिशा निर्देश दिए. प्लांट में किए जा रहे बदलाव से पानी निकासी की समस्या से निजात मिल सकेगी, जिससे हरियाणा और राजस्थान के बीच वर्षों से व्याप्त मनमुटाव दूर होने की उम्मीद है.
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गौरतलब है कि बारिश के समय भिवाड़ी उद्योग इकाइयों का पानी हरियाणा सीमा में प्रवेश कर जाता है, जिससे हरियाणा में स्थित धारूहेड़ा के सेक्टर पूरी तरह जलमग्न हो जाते हैं. पानी की समस्या से कई बार हरियाणा एवं राजस्थान प्रशासन आमने सामने भी हो चुका है. इसी समस्या को लेकर एनजीटी में भी मामले विचाराधीन हैं. कई मामलों में तो एनजीटी कि ओर से भिवाड़ी में संचालित कई उद्योग इकाइयों और रीको विभाग पर करोड़ों रुपए का जुर्माना भी लगाया जा चुका है.