ETV Bharat / city

गीतानंद शिशु चिकित्सालय हादसाः मृतक बच्ची के परिजनों को दी गई 3 लाख की आर्थिक सहायता

अलवर के गीतानंद शिशु अस्पताल के एफबीएनसी वार्ड में लगी आग के दौरान झुलसी बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इस मामले में परिजन प्रशासन से मुआवजे की मांग कर रहे थे. परिजनों की मांग पर मुख्यमंत्री सहायता कोष से परिजनों को जिला प्रशासन की तरफ से 3 लाख रुपए की आर्थिक सहायता का चेक दिया गया है.

Geetanand baby Hospital Incident, 3 lakh given to the family of the deceased girl, alwar Geetanand baby Hospital Incident, अलवर गीतानंद शिशु चिकित्सालय हादसा
मृतक बच्ची के परिजनों को दी गई 3 लाख की आर्थिक सहायता
author img

By

Published : Jan 3, 2020, 2:59 AM IST

अलवर. राजकीय गीतानंद शिशु अस्पताल में बीते मंगलवार की सुबह अचानक एफबीएनसी वार्ड के रेडियंट वार्मर में शॉर्ट सर्किट होने से भीषण आग लग गई थी. देखते ही देखते आग फैलने लगी तो वहीं आग लगने के कारण एफबीएनसी वार्ड की लाइट चली गई व चारों तरफ धुआं ही धुआं हो गया था.

मृतक बच्ची के परिजनों को दी गई 3 लाख की आर्थिक सहायता

वहां मौजूद स्टाफ ने तुरंत एफबीएनसी वार्ड में भर्ती 15 बच्चों को वहां से दूसरी जगह पर शिफ्ट किया. इस घटना में जिस रेडियंट वार्मर में आग लगी थी, उस पर लेटी हुई बच्ची झुलस गई थी. उस बच्ची की हालत गंभीर होने पर उसे इलाज के लिए जयपुर के जेके लोन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन अगले दिन बुधवार को बच्ची ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. मामले की सूचना मिलते ही अलवर में परिजनों ने हंगामा कर दिया था.

यह भी पढ़ें : गीतानंद शिशु चिकित्सालय हादसाः निलंबित नर्सिंग कर्मियों ने ज्ञापन सौंपकर किया निलंबन का विरोध

परिजन लगातार मुआवजे की मांग कर रहे थे. प्रशासन ने किसी तरह से परिजनों को समझाया. पोस्टमार्टम के बाद बच्ची का शव उनको दे दिया गया. वहीं इस मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने तुरंत प्रभाव से अस्पताल के प्रभारी डॉ. सहित 7 लोगों को निलंबित कर दिया.

यह भी पढ़ें : गीतानंद शिशु अस्पताल में झुलसी बच्ची ने जेके लोन अस्पताल में तोड़ा दम, परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर कार्रवाई के लिए कलेक्टर को दिया ज्ञापन

दूसरी तरफ परिजनों की मांग पर मुख्यमंत्री सहायता कोष से 3 लाख रुपए आर्थिक मदद के रूप में प्रशासन की तरफ से बच्ची के परिजनों को दिए गए हैं. गुरुवार को अलवर के एडीएम प्रथम रामचरण शर्मा ने सहायता राशि का चेक मृतका के पिता को दिया तो वहीं प्रशासन ने कहा कि परिजनों की मांग सरकार तक पहुंचा दी गई है. परिजनों की हर संभव मदद के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं नर्सिंग एसोसिएशन व डॉक्टर एसोसिएशन की तरफ से स्वास्थ्य मंत्री द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में 2 घंटे का विरोध रखा जाएगा.

अलवर. राजकीय गीतानंद शिशु अस्पताल में बीते मंगलवार की सुबह अचानक एफबीएनसी वार्ड के रेडियंट वार्मर में शॉर्ट सर्किट होने से भीषण आग लग गई थी. देखते ही देखते आग फैलने लगी तो वहीं आग लगने के कारण एफबीएनसी वार्ड की लाइट चली गई व चारों तरफ धुआं ही धुआं हो गया था.

मृतक बच्ची के परिजनों को दी गई 3 लाख की आर्थिक सहायता

वहां मौजूद स्टाफ ने तुरंत एफबीएनसी वार्ड में भर्ती 15 बच्चों को वहां से दूसरी जगह पर शिफ्ट किया. इस घटना में जिस रेडियंट वार्मर में आग लगी थी, उस पर लेटी हुई बच्ची झुलस गई थी. उस बच्ची की हालत गंभीर होने पर उसे इलाज के लिए जयपुर के जेके लोन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन अगले दिन बुधवार को बच्ची ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. मामले की सूचना मिलते ही अलवर में परिजनों ने हंगामा कर दिया था.

यह भी पढ़ें : गीतानंद शिशु चिकित्सालय हादसाः निलंबित नर्सिंग कर्मियों ने ज्ञापन सौंपकर किया निलंबन का विरोध

परिजन लगातार मुआवजे की मांग कर रहे थे. प्रशासन ने किसी तरह से परिजनों को समझाया. पोस्टमार्टम के बाद बच्ची का शव उनको दे दिया गया. वहीं इस मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने तुरंत प्रभाव से अस्पताल के प्रभारी डॉ. सहित 7 लोगों को निलंबित कर दिया.

यह भी पढ़ें : गीतानंद शिशु अस्पताल में झुलसी बच्ची ने जेके लोन अस्पताल में तोड़ा दम, परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर कार्रवाई के लिए कलेक्टर को दिया ज्ञापन

दूसरी तरफ परिजनों की मांग पर मुख्यमंत्री सहायता कोष से 3 लाख रुपए आर्थिक मदद के रूप में प्रशासन की तरफ से बच्ची के परिजनों को दिए गए हैं. गुरुवार को अलवर के एडीएम प्रथम रामचरण शर्मा ने सहायता राशि का चेक मृतका के पिता को दिया तो वहीं प्रशासन ने कहा कि परिजनों की मांग सरकार तक पहुंचा दी गई है. परिजनों की हर संभव मदद के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं नर्सिंग एसोसिएशन व डॉक्टर एसोसिएशन की तरफ से स्वास्थ्य मंत्री द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में 2 घंटे का विरोध रखा जाएगा.

Intro:अलवर
अलवर के गीतानंद शिशु अस्पताल के एफबीएनसी वार्ड में लगी आग के दौरान झुलसी बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में परिजन प्रशासन से मुआवजे की मांग कर रहे थे। परिजनों की मांग पर मुख्यमंत्री सहायता कोष से परिजनों को जिला प्रशासन की तरफ से तीन लाख रुपए की आर्थिक सहायता का चेक दिया गया है।


Body:अलवर के की चरण अस्पताल में बीते मंगलवार की सुबह अचानक एजेंसी वार्ड के रेडियंट वार्मर में शॉर्ट सर्किट होने से भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग फैलने लगी तो वही आग लगने के कारण एफबीएनसी वार्ड की लाइट चली गई व चारों तरफ धुआं हो गया। वहां मौजूद स्टाफ ने तुरंत एफबीएनसी वार्ड में भर्ती 15 बच्चों को वहां से दूसरी जगह पर शिफ्ट किया। इस घटना में जिस रेडियंट वार्मर में आग लगी थी। उस पर लेटी हुई बच्ची जुलस गई। बच्ची की हालत गंभीर होने पर उसे इलाज के लिए जयपुर के जेके लोन अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन अगले दिन बुधवार को बच्ची ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मामले की सूचना मिलते ही अलवर में परिजनों ने हंगामा किया। परिजन लगातार मुआवजे की मांग कर रहे थे। प्रशासन ने किसी तरह से परिजनों को समझाया पोस्टमार्टम के बाद बच्ची का शव उनको दे दिया। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने तुरंत प्रभाव से अस्पताल के प्रभारी डॉ सहित सात लोगों को निलंबित कर दिया।


Conclusion:दूसरी तरफ परिजनों की मांग पर मुख्यमंत्री सहायता कोष से तीन लाख रुपए आर्थिक मदद के रूप में प्रशासन की तरफ से बच्ची के परिजनों को दिए गए हैं। गुरुवार को अलवर के एडीएम प्रथम रामचरण शर्मा ने सहायता राशि का चेक मृतका के पिता को दिया। तो वहीं प्रशासन ने कहा कि परिजनों की मांग सरकार तक पहुंचा दी गई है। परिजनों की हर संभव मदद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। नर्सिंग एसोसिएशन व डॉक्टर एसोसिएशन की तरफ से स्वास्थ्य मंत्री द्वारा की गई कार्यवाही के विरोध में 2 घंटे का विरोध रखा जाएगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.