अलवर. पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने किशनगढ़बास और खैरथल सीएचसी का निरीक्षण किया. निरक्षण के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत सरकार वैक्सीनेशन के मामले में फेलियर साबित हुई है.
पढ़ेंः COVID-19 : जानें किस जिले में कितने खाली बचे हैं ऑक्सीजन बेड, ICU और वेंटिलेटर्स
देश के नागरिकों को वैक्सीन उपलब्ध कराने की बजाय विदेशों में निर्यात किया गया. अगर राज्यों को वैक्सीन दी जाती तो देश के युवा वैक्सीन के लिए लाइन में नहीं लगे होते. समय रहते इन सबका टीकाकरण हो चुका होता और कोरोना से जिन युवाओं को खोना पड़ा उन्हें बचाया जा सकता था. राज्य में वैक्सीनेशन की उपलब्धता को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत पूरे प्रयास कर रहे हैं. राज्य सरकार की ओर से ग्लोबल टेंडर किये गए है. 18 से 44 वर्ष के सभी युवाओं को राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क टीकाकरण कराया जाएगा.
उन्होंने कहा कि राजस्थान से राज्यसभा सांसद और पूर्व प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह और राज्यसभा सांसद श्री वेणुगोपाल से वार्ता कर जल्द ही खैरथल के सेटेलाइट हॉस्पिटल में भवन का और अधिक सुविधाओं का विस्तार कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि किशनगढ़बास क्षेत्र के खैरथल कस्बे की देश-दुनिया में अपनी अलग पहचान है. इस क्षेत्र से कई विधानसभा लगती हैं. ऐसे में यहां स्थित सैटेलाइट अस्पताल को जिला अस्पताल के रूप में विकसित किया जाना जरूरी है. जिससे यहां आने वाले रोगियों को तुरंत स्वास्थ्य लाभ मिल सकेगा.
पढ़ेंः कोरोना के कारण घर के मुखिया खोने वाले परिवारों को चिन्हित कर सरकार दे सहायता राशि- रामलाल शर्मा
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह श्रम राज्यमंत्री टीकाराम जूली और विधायक दीपचंद खेरिया के साथ किशनगढ़बास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और खैरथल स्थित सैटेलाइट अस्पताल का निरीक्षण कर रहे थे. निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि चिकित्सा कर्मी और नर्सिंग कर्मी इस संकट की घड़ी में रात दिन कार्य कर रहे हैं. उन्होंने सभी चिकित्सा कर्मियों का आभार जताया और उनके कार्य की सराहना की.