अलवर. कृषि उपज मंडी का मुख्य गेट बंद करके किसानों ने सोमवार को सांकेतिक धरना (Farmers protest on Agricultural Produce Market) दिया. किसानों ने कहा की प्याज की फसल बेचे हुए डेढ़ से 2 साल हो चुके हैं. लेकिन व्यापारियों ने किसान को फसल का पैसा नहीं दिया है. सैकड़ों किसानों का करोड़ों रुपए मंडी के व्यापारियों पर बकाया है. इस संबंध में कई बार मंडी समिति को शिकायत दी गई.
उन्होंने कहा कि मंडी समिति व्यापारियों के लाइसेंस कैंसिल करने की बात कहती है. साथ ही जिला कलेक्टर व मंत्री को भी इस समस्या से अवगत कराया गया. सभी लोग केवल आश्वासन देते हैं. किसान अपने पैसे के लिए परेशान हो रहा है. किसानों ने सोमवार को सांकेतिक धरना देते हुए अपना विरोध जताया. उन्होंने कहा कि जल्द ही उनका बकाया भुगतान नहीं मिला तो मंडी के सभी गेट बंद करके किसान धरना देगा.
किसानों ने कहा की फसल की पैदावार करने के लिए किसान को लाखों रुपए का कर्ज लेना पड़ता है. उसको चुकाने में भी खासी दिक्कत आ रही है. मंडी के व्यापारी उनकी फसल का पैसा नहीं दे रहे हैं. कुछ किसानों का तो 2 साल से पैसा बकाया चल रहा है. किसानों ने अपनी समस्या रखते हुए कहा कि अधिकारी भी केवल आश्वासन देने में लगे हैं.
लेकिन किसान की सुनने वाला कोई नहीं है. बैंक उनकी जमीन नीलाम कर रही है. सरकार और प्रशासन बड़े-बड़े दावा करता है. लेकिन किसान कर्ज में डूब रहा है. किसानों ने कहा कि अगर मंडी व्यापारियों ने पैसा नहीं दिया तो आगामी समय में किसान एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करेगा व व्यापारियों के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे.