अलवर. कृषि कानून के विरोध में गुरुवार को किसानों की तरफ से पूरे देश में 4 घंटे का रेल रोको आंदोलन चलाया गया. अलवर में भी आंदोलन को देखते हुए रेलवे की तरफ से माकूल व्यवस्था की गई. रेलवे स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ पुलिस का जाब्ता तैनात किया गया. इसके अलावा शहर कोतवाली और एनईबी थाना पुलिस से भी जाब्ता तैनात किया गया.
आंदोलन का असर रेल यात्रियों पर भी पड़ा. स्टेशन पर यात्री नजर नहीं आए और स्टेशन को छावनी में तब्दील कर दिया गया. किसानों ने इंटरसिटी एक्सप्रेस को राजगढ़ स्टेशन पर रोक दिया था. वहीं मालाखेड़ा और अजरका में कुछ किसान रेलवे ट्रैक पर बैठ गए.
बता दें, उत्तर-पश्चिम रेलवे में जयपुर मंडल के बाद अलवर जंक्शन से रेलवे को सबसे ज्यादा आय आती है. अलवर जंक्शन पर प्रतिदिन 80 से अधिक ट्रेनों का ठहराव होता है. वहीं विभिन्न ट्रेनों में 35000 से अधिक यात्री सफर करते हैं.
दिल्ली को राजस्थान से अलवर रेल मार्ग जोड़ता है. इसलिए अलवर रेल मार्ग पर यात्रियों की संख्या भी अन्य जगहों की तुलना में ज्यादा रहती है. संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से देशभर में रेल रोको का आह्वान किया गया था. इस दौरान ट्रेनों में सफर कर रहे हजारों यात्री परेशान हुए.
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अलवर स्टेशन अधीक्षक रंग लाल मीणा ने बताया कि कृषि कानून के विरोध में गुरुवार को किसानों की ओर से 12 से 4 बजे तक रेल रोको आंदोलन चलाया गया. इसी के तहत किसानों ने इंटरसिटी ट्रेन को राजगढ़ स्टेशन पर रोक दिया. इसके अलावा और कोई ट्रेन अलवर मार्ग से गुजरी नहीं है जिस को रोका गया.
इसको देखते हुए आरपीएफ और जीआरपी पुलिस ने सभी स्टेशनों पर अपना मोर्चा संभाला हुआ है. इसके अलावा पुलिस बल भी तैनात है. फिलहाल सभी स्टेशनों से संपर्क बनाया हुआ है. अभी तक स्थिति सामान्य है बाकी सभी स्टेशनों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है.