अलवर. जिले में कई ईएसआईसी अस्पताल हैं, लेकिन किसी भी अस्पताल में अबतक गंभीर बीमारियों के इलाज की सुविधा नहीं थी. जिसके चलते श्रमिकों को इलाज के लिए बड़े शहरों का चक्कर काटना पड़ता था. ईएसआईसी श्रेणी में आने वाले श्रमिकों का ईएसआईसी अस्पताल में नि:शुल्क इलाज होता है. बावजूद इसके अस्पताल की सुविधाओं में कमी होने के चलते श्रमिकों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा था.
दरअसल, जिले में छोटे-बड़े 12 औद्योगिक क्षेत्र हैं. जिनमें करीब 5,000 औद्योगिक इकाइयां हैं. इन इकाइयों में लाखों श्रमिक काम करते हैं. जिले में 5 ईएसआईसी अस्पताल हैं. इसमें भिवाड़ी, अलवर एमआईए, नीमराना, खुशखेड़ा और अलवर काला कुआं डिस्पेंसरी शामिल है. इन अस्पतालों में प्रतिदिन हजारों मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं.
अभी तक इनमे से दो अस्पतालों में छोटी-मोटी जांच की सुविधाएं थी. अन्य गंभीर बीमारियों के लिए श्रमिकों को जयपुर से दिल्ली के चक्कर लगाने पड़ते थे. इससे उनको खासी परेशानी होती थी और समय की बर्बादी भी होती थी. इसलिए ईएसआईसी की तरफ से अलवर में श्रमिकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जांच की जिम्मेदारी क्योरवैल डायग्नोसिस सेंटर को दी गई है. इससे मरीज अब सभी तरीके के ब्लड की जांच, यूरिन की जांच, और एक्स-रे सहित सभी तरह की गंभीर बीमारियों के जांच, जिले के डायग्नोसिस सेंटर में करा सकेंगे. इसके लिए मरीज को डॉक्टर की पर्ची साथ लेकर जानी होगी. खास बात ये कि यह सभी जांचें पूरी तरीके से कैशलेस होंगी.
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इसी कड़ी में क्योरवैल डायग्नोसिस सेंटर के निदेशक कुलदीप आर्य ने बताया कि ईएसआईसी के उन मरीजों की नि:शुल्क जांच की जा रही है, जिनका ईएसआईसी से अनुबंध हुआ है. इसके तहत एमआईए और भिवाड़ी के अस्पतालों में मरीज आने लगे हैं. तो वहीं अन्य ईएसआईसी के अस्पतालों में भी एक बार एंट्री होने के बाद मरीज जांच के लिए आ सकेंगे. इस अनुबंध के होने से अलवर जिले की औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले हजारों श्रमिकों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है.