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अब ESI कर्मचारियों को नहीं लगाने पड़ेंगे जयपुर और दिल्ली के चक्कर...अलवर के अस्पतालों में भी हो गई सुविधा

ईएसआईसी श्रेणी में आने वाले श्रमिकों को गंभीर बीमारी की जांच के लिए बड़े शहरों के चक्कर लगाना पड़ता था. क्योंकि जिले के ईएसआईसी अस्पताल में अभी तक गंभीर बीमारी के इलाज के लिए कोई सुविधा नहीं थी. लेकिन, अब ईएसआईसी अस्पताल में हर बीमारी का इलाज संभव होगा.

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Published : Oct 11, 2019, 6:30 PM IST

अलवर, ESI category workers

अलवर. जिले में कई ईएसआईसी अस्पताल हैं, लेकिन किसी भी अस्पताल में अबतक गंभीर बीमारियों के इलाज की सुविधा नहीं थी. जिसके चलते श्रमिकों को इलाज के लिए बड़े शहरों का चक्कर काटना पड़ता था. ईएसआईसी श्रेणी में आने वाले श्रमिकों का ईएसआईसी अस्पताल में नि:शुल्क इलाज होता है. बावजूद इसके अस्पताल की सुविधाओं में कमी होने के चलते श्रमिकों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा था.

ईएसआई श्रेणी में आने वाले श्रमिकों को मिली राहत

दरअसल, जिले में छोटे-बड़े 12 औद्योगिक क्षेत्र हैं. जिनमें करीब 5,000 औद्योगिक इकाइयां हैं. इन इकाइयों में लाखों श्रमिक काम करते हैं. जिले में 5 ईएसआईसी अस्पताल हैं. इसमें भिवाड़ी, अलवर एमआईए, नीमराना, खुशखेड़ा और अलवर काला कुआं डिस्पेंसरी शामिल है. इन अस्पतालों में प्रतिदिन हजारों मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं.

अभी तक इनमे से दो अस्पतालों में छोटी-मोटी जांच की सुविधाएं थी. अन्य गंभीर बीमारियों के लिए श्रमिकों को जयपुर से दिल्ली के चक्कर लगाने पड़ते थे. इससे उनको खासी परेशानी होती थी और समय की बर्बादी भी होती थी. इसलिए ईएसआईसी की तरफ से अलवर में श्रमिकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जांच की जिम्मेदारी क्योरवैल डायग्नोसिस सेंटर को दी गई है. इससे मरीज अब सभी तरीके के ब्लड की जांच, यूरिन की जांच, और एक्स-रे सहित सभी तरह की गंभीर बीमारियों के जांच, जिले के डायग्नोसिस सेंटर में करा सकेंगे. इसके लिए मरीज को डॉक्टर की पर्ची साथ लेकर जानी होगी. खास बात ये कि यह सभी जांचें पूरी तरीके से कैशलेस होंगी.

पढ़ें: किसान महापंचायत का आंदोलन स्थगित, सरकार के साथ कई मुद्दों पर बनी सहमती

इसी कड़ी में क्योरवैल डायग्नोसिस सेंटर के निदेशक कुलदीप आर्य ने बताया कि ईएसआईसी के उन मरीजों की नि:शुल्क जांच की जा रही है, जिनका ईएसआईसी से अनुबंध हुआ है. इसके तहत एमआईए और भिवाड़ी के अस्पतालों में मरीज आने लगे हैं. तो वहीं अन्य ईएसआईसी के अस्पतालों में भी एक बार एंट्री होने के बाद मरीज जांच के लिए आ सकेंगे. इस अनुबंध के होने से अलवर जिले की औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले हजारों श्रमिकों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है.

अलवर. जिले में कई ईएसआईसी अस्पताल हैं, लेकिन किसी भी अस्पताल में अबतक गंभीर बीमारियों के इलाज की सुविधा नहीं थी. जिसके चलते श्रमिकों को इलाज के लिए बड़े शहरों का चक्कर काटना पड़ता था. ईएसआईसी श्रेणी में आने वाले श्रमिकों का ईएसआईसी अस्पताल में नि:शुल्क इलाज होता है. बावजूद इसके अस्पताल की सुविधाओं में कमी होने के चलते श्रमिकों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा था.

ईएसआई श्रेणी में आने वाले श्रमिकों को मिली राहत

दरअसल, जिले में छोटे-बड़े 12 औद्योगिक क्षेत्र हैं. जिनमें करीब 5,000 औद्योगिक इकाइयां हैं. इन इकाइयों में लाखों श्रमिक काम करते हैं. जिले में 5 ईएसआईसी अस्पताल हैं. इसमें भिवाड़ी, अलवर एमआईए, नीमराना, खुशखेड़ा और अलवर काला कुआं डिस्पेंसरी शामिल है. इन अस्पतालों में प्रतिदिन हजारों मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं.

अभी तक इनमे से दो अस्पतालों में छोटी-मोटी जांच की सुविधाएं थी. अन्य गंभीर बीमारियों के लिए श्रमिकों को जयपुर से दिल्ली के चक्कर लगाने पड़ते थे. इससे उनको खासी परेशानी होती थी और समय की बर्बादी भी होती थी. इसलिए ईएसआईसी की तरफ से अलवर में श्रमिकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जांच की जिम्मेदारी क्योरवैल डायग्नोसिस सेंटर को दी गई है. इससे मरीज अब सभी तरीके के ब्लड की जांच, यूरिन की जांच, और एक्स-रे सहित सभी तरह की गंभीर बीमारियों के जांच, जिले के डायग्नोसिस सेंटर में करा सकेंगे. इसके लिए मरीज को डॉक्टर की पर्ची साथ लेकर जानी होगी. खास बात ये कि यह सभी जांचें पूरी तरीके से कैशलेस होंगी.

पढ़ें: किसान महापंचायत का आंदोलन स्थगित, सरकार के साथ कई मुद्दों पर बनी सहमती

इसी कड़ी में क्योरवैल डायग्नोसिस सेंटर के निदेशक कुलदीप आर्य ने बताया कि ईएसआईसी के उन मरीजों की नि:शुल्क जांच की जा रही है, जिनका ईएसआईसी से अनुबंध हुआ है. इसके तहत एमआईए और भिवाड़ी के अस्पतालों में मरीज आने लगे हैं. तो वहीं अन्य ईएसआईसी के अस्पतालों में भी एक बार एंट्री होने के बाद मरीज जांच के लिए आ सकेंगे. इस अनुबंध के होने से अलवर जिले की औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले हजारों श्रमिकों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है.

Intro:अलवर।
ईएसआईसी श्रेणी में आने वाले श्रमिकों के लिए खुशखबरी है। सामान्य व गंभीर बीमारी में जांच कराने के लिए श्रमिक को अब जयपुर व दिल्ली के चक्कर नहीं लगाने होंगे। सभी तरह की जांच अलवर में ही हो सकेगी। ईएसआईसी की तरफ से जांच की जिम्मेदारी एक निजी लैब को दी गई है। इसमें श्रमिक निशुल्क जांच करा सकते हैं।


Body:अलवर जिले में छोटे बड़े 12 उद्योगी क्षेत्र हैं। जिनमें करीब 5000 औद्योगिक इकाइयां है। इन इकाइयों में लाखों श्रमिक काम करते हैं। ईएसआईसी की श्रेणी में आने वाले श्रमिकों का इलाज ईएसआईसी अस्पताल में निशुल्क होता है। अलवर में 5 ईएसआईसी अस्पताल हैं। इसमें भिवाड़ी, अलवर एमआईए, नीमराना, खुशखेड़ा व अलवर काला कुआं डिस्पेंसरी शामिल है। इन अस्पताल में प्रतिदिन हजारों मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। अभी तक इनमें से दो अस्पतालों में छोटी मोटी जांच की सुविधाएं थी। अन्य गंभीर बीमारी में जांच के लिए श्रमिकों को जयपुर में दिल्ली के चक्कर लगाने पड़ते थे। इसमें उन को खासी परेशानी होती थी व समय की बर्बादी होती थी। इसलिए ईएसआईसी की तरफ से अलवर में श्रमिकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जांच की जिम्मेदारी क्योरवैल डायग्नोसिस सेंटर को दी गई है।


Conclusion:इसके तहत सभी तरीके ब्लड की जांच, यूरिन की जांच, एक्स-रे एमआरआई, सिटी स्कैन, इको कार्डियो, हॉट, कैंसर, दिमाग संबंधी जांच सहित सभी तरह की गंभीर से गंभीर बीमारी की जांच मरीज बिजलीघर चौराहे स्थित क्योरवैल डायग्नोसिस सेंटर में पहुंचकर करा सकते हैं। उसके लिए मरीज को डॉक्टर की पर्ची साथ लेकर जानी होगी। यह सभी जांचें पूरी तरीके से कैशलेस होंगी। क्योरवैल डायग्नोसिस सेंटर के निदेशक कुलदीप आर्य ने बताया की ईएसआईसी के मरीजों की निशुल्क जांच की जा रही है। उनका ईएसआईसी से अनुबंध हुआ है। उसके तहत एमआईए व भिवाड़ी के अस्पतालों के मरीज आने लगे हैं। तो वहीं अन्य ईएसआईसी के अस्पतालों में भी एक बार एंट्री होने के बाद मरीज जांच के लिए आ सकेंगे। यह अनुबंध होने से अलवर जिले की औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले हजारों श्रमिकों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।

बाइट-कुलदीप आर्य, निदेशक, क्योरवैल डायग्नोसिस सेंटर
पीटीसी-हिमांशु शर्मा, वरिष्ठ संवाददाता, अलवर
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