अलवर. कोरोना वायरस के चलते सरकार ने लोगों को घर-घर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए ई-संजीवनी परामर्श सुविधा शुरू की है. अलवर के तीन अस्पतालों को इससे जोड़ा गया है. इसके तहत अलवर के सामान्य अस्पताल में बैठे तीन डॉक्टर मरीजों को निशुल्क परामर्श देंगे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मरीज को देखने के साथ ही उसको दवाई भी लिख कर भेजी जाएगी.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के चलते लोगों को होने वाली परेशानी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से ये संजीवनी ओपीडी परामर्श सुविधा शुरू की गई है. इसके तहत अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में तीन डॉक्टरों को तैनात किया गया है, जो मरीजों को निशुल्क परामर्श देंगे. इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए कंप्यूटर, लैपटॉप और टेबलेट के साथ ही वेब कैमरा, माइक, स्पीकर और इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत होगी. ये सुविधा मोबाइल पर भी उपलब्ध रहेगी. रोगी को पंजीकृत करने के बाद एक टोकन नंबर मिलेगा. इससे लॉग-इन करने के बाद डॉक्टरों से परामर्श लिया जा सकेगा. अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल सेटेलाइट अस्पताल और बानसूर सीएचसी को इससे जोड़ा गया है.
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इस सेवा को शुरू करने वाले इंजीनियर ने बताया कि वेब पोर्टल पर जाकर गूगल सर्च पर ही संजीवनी डॉट कॉम टाइप करना है. इसके बाद रजिस्ट्रेशन पर क्लिक किया जाएगा. यहां मरीज को अपनी जानकारी और मोबाइल नंबर की इंट्री करनी होगी. मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा, जिसे सेव करना होगा. इसके बाद वेबसाइट पर मरीज अपना टोकन नंबर डाल कर लॉग इन करेगा. इसके बाद उसे डॉक्टर से परामर्श मिल सकेगी. स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इसका फायदा सीधा उन मरीजों को मिलेगा, जो मरीज कोरोना वायरस के चलते अस्पताल नहीं आ पा रहे हैं. उनको घर बैठे इलाज की सुविधा मिलेगी. डॉक्टर मरीज को परामर्श देने के साथ ही पर्ची लिखकर उसे भेज सकेंगे.