अलवर. वैसे तो हलवा क्राइम गोतस्करी मॉब ब्लीचिंग सहित विभिन्न मामलों के लिए देश-विदेश में बदनाम है. आए दिन अलवर में नए-नए मामले सामने आते हैं. लेकिन उसके साथ ही अलवर के युवा आए दिन नए इनोवेशन और सराहनीय कार्य करते रहते हैं. इससे अलवर का मान बढ़ता है. लेकिन इस बार अलवर का मान अलवर के जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने बढ़ाया है. इसके लिए उन्हें 2019-20 में चुनाव के दौरान स्वीप कार्यक्रम के माध्यम से 25 जनवरी को सम्मानित किया जाएगा. ये सम्मान उन्हें लोगों को जागरूक करने और नई तकनीक से जागरूकता कार्यक्रम चलाने के लिए दिया जाएगा.
बता दें कि इस सम्मान के लिए भारत निर्वाचन आयोग की ओर से बेस्ट इलेक्ट्रोल प्रैक्टिस अवार्ड 2019 के लिए इंद्रजीत सिंह का चयन किया गया है. आयोग ने राष्ट्रीय स्तर पर जिन छह अधिकारियों का चयन किया है. उसमें राजस्थान से आईएएस इंद्रजीत सिंह का नाम भी शामिल है. यह अवार्ड उन्हें 25 जनवरी को दिल्ली के जोरावर ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह के दौरान दिया जाएगा.
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वहीं, साल 2019 के चुनाव के दौरान जिला कलेक्टर ने स्वीप कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को वोटिंग के लिए जागरूक किया और कई जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए थे. कई तरह की नई एक्टिविटी जैसे मैराथन, साइकिल रेस, जागरूकता नाटक सहित कई प्रोग्राम हुए. सभी कार्यक्रमों को सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया गया. वहीं ऑनलाइन लोगों ने मॉक पोल करके पहली बार वोट डालना सिखा. यह सब प्रक्रिया पहली बार चुनाव के दौरान की गई थी.
राष्ट्रीय स्तर पर यह पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति के हाथों विजेताओं को दिया जाएगा. निर्वाचन आयोग के इस पुरस्कार के लिए चयनित अधिकारियों को 24 जनवरी की शाम तक दिल्ली के होटल मौर्य में पहुंचने के लिए आमंत्रित किया गया है. इस समारोह में जनरल अवार्ड, बेस्ट स्टेट अवार्ड, स्पेशल अवार्ड, सीएसओ अवार्ड, मीडिया अवार्ड से अधिकारियों को नवाजा जाएगा. इस मौके पर जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने कहा कि अलवर को यह सम्मान मिलना बड़ा ही सकारात्मक और अच्छा कदम है.