अलवर. गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई में विधायक और कलेक्टर के बीच तकरार हो गई. अलवर शहर विधायक संजय शर्मा ने कलेक्टर शिवप्रसाद नकाते पर प्रोटोकॉल के उल्लंघन का आरोप लगाया (Alwar MLA alleges protocol violation in sitting arrangement) है. उन्होंने कहा कि आगे की सीटें खाली होने के बावजूद भी उनके बैठने की व्यवस्था दूर की गई.
दरअसल, अलवर में तीन स्तरीय जनसुनवाई के तीसरे चरण में गुरुवार को जिला स्तर पर जन सुनवाई जिला परिषद में हुई. इस दौरान भाजपा के अलवर शहर विधायक संजय शर्मा के लिए आगे की तरफ बैठने की व्यवस्था नहीं की गई. इस पर विधायक ने जिला कलेक्टर पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने प्रोटोकॉल की व्यवस्था का उल्लंघन किया है. प्रमुख शासन सचिव सहित सभी प्रमुख अधिकारियों के आदेश हैं कि जनप्रतिनिधियों को पूरा सम्मान दिया जाए. लेकिन अलवर में जनप्रतिनिधियों का मजाक उड़ा रहा है. उनके बैठने तक की व्यवस्था नहीं की जाती है. विधायक बैठक में अधिकारियों के साथ पीछे की तरफ बैठे हुए दिखाई दिए. इस दौरान विधायक ने कहा कि जिला कलेक्टर जनसुनवाई कर रहे हैं या कांग्रेसीकरण, यह समझ नहीं आ रहा है.
पढ़ें: विधानसभा में गूंजा संघ प्रचारक निंबाराम से जुड़ा मुद्दा, भाजपा-कांग्रेस में तकरार... कार्यवाही स्थगित
कुछ देर बाद कलेक्टर के आगे बैठने की रिक्वेस्ट पर भी विधायक आगे नहीं आए. शुरुआती जन सुनवाई के दौरान शहर विधायक व जिला कलेक्टर में हल्की तकरार भी हुई. जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त जिला कलेक्टर, जिला प्रमुख, रामगढ़ विधायक साफिया खान आगे बैठे हुए दिखाई दिए. जबकि सांसद बालक नाथ की कुर्सी खाली पड़ी हुई थी. यह मुद्दा जनसुनवाई के दौरान चर्चा का विषय बना रहा. भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर मनमाने तरह से जनसुनवाई करवाने के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि प्रशासन, प्रदेश सरकार व कांग्रेस नेताओं के हाथ की कठपुतली बना हुआ है.