अलवर. महाशिवरात्रि के अवसर पर जिले के सभी शिव मंदिरों में लोगों की भारी भीड़ नजर आई. सुबह से ही लोग परिवार के साथ पूजा करने के लिए मंदिर में पहुंचे, तो वहीं मंदिर में लंबी कतारें भी दिखाई दी. रात तक यह सिलसिला चलता रहा.
शिवरात्रि के मौके पर पूजा का विशेष महत्व होता है. बेलपत्र, धतूरा, फूल सहित कई अन्य सामग्रियां भगवान शिव को चढ़ाई जाती हैं. सुबह से ही श्रद्धालू अपने परिवार के साथ मंदिर में पूजा करने के लिए पहुंचने लगे. सभी मंदिरों में लोगों की भारी भीड़ नजर आई. वहीं, शादी के बाद जिन लोगों की पहली शिवरात्रि थी, उनकी तरफ से भगवान शिव को जेगड़ भी चढ़ाई गई.
वैसे तो भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है, लेकिन कहते हैं कि शिवरात्रि के मौके पर अगर कोई सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करते हैं, तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. अलवर में मुख्य कार्यक्रम त्रिपोलिया मंदिर में हुआ. मंदिर में सुबह से ही लोगों की भारी भीड़ और लंबी कतार लगी रही. लोग दूर-दूर से भगवान शिव के दर्शन के लिए पहुंचे. इस दौरान प्रशासन और पुलिस की तरफ से भी खास सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे.
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सुबह से ही भगवान का अभिषेक हुआ और शाम को मंदिर प्रशासन की तरफ से भगवान शिव का मंत्रोच्चार के साथ गंगाजल से अभिषेक कराया गया. इसमें शहर के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया और भगवान को गंगाजल चढ़ाया. शनिवार को खप्पर भरने सहित प्रसाद वितरण का कार्यक्रम होगा. तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया.