अलवर. शहर में आए दिन क्राइम की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. प्रदेश की हाई सिक्योरिटी अजमेर जेल में (Papla Gurjar gang in Alwar) बंद पपला गुर्जर के जेल में बैठकर गैंग को ऑपरेट करने की बात सामने आ रही है. हाल ही में अलवर पुलिस ने पपला गुर्जर गैंग के कुछ बदमाशों को व्यापारी की हत्या करने के मामले में गिरफ्तार किया था. पपला गैंग अब तक भिवाड़ी, नीमराणा, बहरोड क्षेत्र में सक्रिय थे. यहां ये रंगदारी, लूट, हत्या व फायरिंग जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे थे, लेकिन अब इन गैंग का दायरा अलवर तक बढ़ गया है.
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि हाल ही में राखी व्यापारी व सट्टा किंग घनश्याम सैनी से पपला गुर्जर गैंग के बदमाशों ने फिरौती की (Rakhi Businessman Murdered in alwar) डिमांड की थी. फिरौती नहीं देने पर उसका अपहरण किया और तिजारा क्षेत्र के एक गांव में ले जाकर पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद से अलवर पुलिस में हड़कंप मच गया. बदमाशों ने पुलिस पूछताछ में पपला गुर्जर गैंग के सदस्य होने की बात स्वीकार की है. ऐसे में साफ है कि अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद पपला गुर्जर जेल के अंदर से गैंग को ऑपरेट कर रहा है.
अलवर में विक्रम उर्फ पपला गुर्जर गैंग, सुरेन्द्र उर्फ चीकू गैंग, कुलदीप उर्फ डॉक्टर गैंग, सत्यभान जाट गैंग, कौशल गैंग, अमित डागर गैंग, चांद गुर्जर गैंग तथा पंजाब के लॉरेंस बिश्नोई गैंग आदि सक्रिय हैं. इसके अलावा यहां के लोकल बदमाश अशोक ठाकरिया गैंग, विक्रम उर्फ लादेन, प्रसन्नदीप उर्फ पर्रा सहित जिलेभर में कई बदमाश जिनका हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पंजाब के बड़े अपराधी गिरोह से संपर्क है. बाहर के बदमाश अलवर के स्थानीय बदमाशों के संपर्क से यहां घटनाओं को अंजाम देते हैं. इससे स्थानीय गैंग का दबदबा बढ़ता है.
पुलिस पूछताछ में हुए खुलासे: राखी व्यापारी की हत्या के मामले में पुलिस ने 6 में से 3 बदमाशों को गिरफ्तार किया. वहीं इसमें से तीन फरार हैं. गिरफ्तार तीनों बदमाशों ने बताया कि वो पपला गैंग से जुड़े हुए हैं. कारोबारी ने चीकू गैंग को आर्थिक मदद दी थी. चीकू गैंग पपला गुर्जर गैंग की राइवल गैंग है, इसलिए पपला गुर्जर गैंग के बदमाश कारोबारी से पैसे की डिमांड कर रहे थे.
युवाओं को किया जाता है गैंग में शामिल: अलवर जिले में बदमाशों का आतंक बढ़ रहा है. आए दिन फायरिंग, गैंगवार, लूट व रंगदारी के मामले सामने आते हैं. साथ ही बदमाशों के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होते हैं. ऐसे में युवा भी बदमाशों की गैंग में शामिल हो रहे हैं. महंगे शौक पूरा करने और कम उम्र में फेमस होने के लिए युवा गैंग में शामिल होते हैं. इसीलिए बदमाशों के लिए युवा सबसे सॉफ्ट टारगेट बनते जा रहे हैं.