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राजस्थान संविदा कर्मी भर्ती घोटाला: एसीबी ने ESIC मेडिकल कॉलेज के डीन सहित 7 डॉक्टरों के चेंबर सील किए

राजस्थान एसीबी ने संविदा कर्मियों की भर्ती में घोटाले (contractual workers recruitment scam) को लेकर ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के डीन सहित 7 डॉक्टरों के चेंबर सील कर दिए हैं. एसीबी कोर्ट ने भर्ती घोटाले के आरोप में गिरफ्तार 4 आरोपियों को भी तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया है.

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राजस्थान संविदा कर्मी भर्ती घोटाला: एसीबी ने ESIC मेडिकल कॉलेज के डीन सहित 7 डॉक्टरों के चेंबर सील किए
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Published : Jun 19, 2021, 1:34 AM IST

Updated : Jun 19, 2021, 5:13 AM IST

अलवर. ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में संविदा कर्मियों की भर्ती में घोटाले (recruitment scam in rajasthan) का 17 जून को एसीबी ने खुलासा किया था. एसीबी ने घोटाले में शामिल भरत पूनिया, मिनेश पटेल, महिपाल यादव और कान्हाराम को भर्ती के नाम पर पैसे वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया था. आरोपियों को अलवर, अजमेर, जोधपुर में संयुक्त दबिश देकर गिरफ्तार किया गया था. इस दौरान 20 लाख से अधिक कैश भी बरामद हुआ. शुक्रवार को एसीबी कोर्ट ने सभी आरोपियों को 3 दिन के रिमांड पर भेज दिया है.

पढ़ें: नर्सिंग कर्मी लगाने के एवज में दलाली मामला, प्रदेश कांग्रेस के सचिव का आरोप- इसमें बाबा बालकनाथ ही नहीं BJP के शीर्ष नेता शामिल

राजस्थान एसीबी (rajasthan acb) की टीम लगातार ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज से भर्ती से सम्बंधित रिकार्ड जब्त कर उनकी जांच कर रही है. 7 डॉक्टरों के चैंबर्स एसीबी ने सील कर दिए हैं. भर्ती से जुड़े अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है. एमजे सोलंकी कंपनी को 30 अलग-अलग श्रेणी के 500 पदों पर भर्ती करवानी थी. लेकिन कंपनी को पहले चरण में 108 पदों पर भर्ती का ठेका मिला था. जिसमें से 82 पदों को भर दिया गया है.

राजस्थान संविदा कर्मी भर्ती घोटाला

अलवर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह ने बताया कि ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में संविदा पर मेडिकल स्टाफ की भर्ती में घोटाले के मामले में भर्ती कराने वाली गुजरात के राजकोट की एमजे सोलंकी कम्पनी के मालिक मंजल पटेल उर्फ मिनेष पटेल, कंपनी के फील्ड इंचार्ज भरत पूनिया, कंपनी के सुपरवाइजर कानाराम चौधरी, जोधपुर एम्स के सीनियर नर्सिंग ऑफिसर महिपाल यादव को गिरफ्तार किया गया है. चारों के पास से भर्ती घोटाले की रिश्वत राशि के रूप में 20 लाख से ज्यादा कैश बरामद किया गया है.

पढ़ें: राजस्थान संविदा कर्मी भर्ती घोटाला: अब तक चार लोग गिरफ्तार, 20 लाख रुपए नकदी बरामद

विजय सिंह ने बताया कि मामले में कई और लोगों की गिरफ्तारी जल्द हो सकती है. मेडिकल कॉलेज के स्टाफ की भी भूमिका संदिग्ध पाई गई है. इसलिए शुरुआती जांच-पड़ताल में एसीबी ने डीन सहित 7 डॉक्टरों के चेंबर सील कर दिए हैं. चेंबर्से के सभी दस्तावेजों को अपने कब्जे में एसीबी ने ले लिया है. एसीबी के हाथ कई जरूरी दस्तावेज और अधिकारियों की बातचीत के रिकॉर्ड लगे हैं. जिसके बाद कई बड़े नामों की गिरफ्तारी हो सकती है.

एसीबी के जांच अधिकारियों ने बताया कि मामले में राजस्थान के एक मंत्री, भाजपा विधायक और सांसद की आपस में बातचीत की रिकॉर्डिंग की जांच-पड़ताल की जा रही है. हालांकि उस रिकॉर्डिंग में पैसों के लेन-देन की कोई बात नहीं की जा रही है. लेकिन बातचीत में यह लोग नौकरी के लिए सिफारिश करते हुए सुनाई दे रहे हैं. एसीबी की इस कार्रवाई के बाद राजस्थान की राजनीति में भूचाल आ गया है. कांग्रेस और भाजपा के नेता एक दूसरे पर गंभीर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं.

अलवर में मिला लावारिश शव

अलवर शहर में बुध विहार के विजय नगर ग्राउंड के पीछे झाड़ियों में शुक्रवार शाम को शव मिलने से सनसनी फैल गई. यह शव करीब 4 दिन पुराना बताया जा रहा है. शव शत-विक्षत हालत में था और उसपर कीड़े लगे हुए थे. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया है. शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं.

अलवर. ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में संविदा कर्मियों की भर्ती में घोटाले (recruitment scam in rajasthan) का 17 जून को एसीबी ने खुलासा किया था. एसीबी ने घोटाले में शामिल भरत पूनिया, मिनेश पटेल, महिपाल यादव और कान्हाराम को भर्ती के नाम पर पैसे वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया था. आरोपियों को अलवर, अजमेर, जोधपुर में संयुक्त दबिश देकर गिरफ्तार किया गया था. इस दौरान 20 लाख से अधिक कैश भी बरामद हुआ. शुक्रवार को एसीबी कोर्ट ने सभी आरोपियों को 3 दिन के रिमांड पर भेज दिया है.

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राजस्थान एसीबी (rajasthan acb) की टीम लगातार ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज से भर्ती से सम्बंधित रिकार्ड जब्त कर उनकी जांच कर रही है. 7 डॉक्टरों के चैंबर्स एसीबी ने सील कर दिए हैं. भर्ती से जुड़े अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है. एमजे सोलंकी कंपनी को 30 अलग-अलग श्रेणी के 500 पदों पर भर्ती करवानी थी. लेकिन कंपनी को पहले चरण में 108 पदों पर भर्ती का ठेका मिला था. जिसमें से 82 पदों को भर दिया गया है.

राजस्थान संविदा कर्मी भर्ती घोटाला

अलवर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह ने बताया कि ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में संविदा पर मेडिकल स्टाफ की भर्ती में घोटाले के मामले में भर्ती कराने वाली गुजरात के राजकोट की एमजे सोलंकी कम्पनी के मालिक मंजल पटेल उर्फ मिनेष पटेल, कंपनी के फील्ड इंचार्ज भरत पूनिया, कंपनी के सुपरवाइजर कानाराम चौधरी, जोधपुर एम्स के सीनियर नर्सिंग ऑफिसर महिपाल यादव को गिरफ्तार किया गया है. चारों के पास से भर्ती घोटाले की रिश्वत राशि के रूप में 20 लाख से ज्यादा कैश बरामद किया गया है.

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विजय सिंह ने बताया कि मामले में कई और लोगों की गिरफ्तारी जल्द हो सकती है. मेडिकल कॉलेज के स्टाफ की भी भूमिका संदिग्ध पाई गई है. इसलिए शुरुआती जांच-पड़ताल में एसीबी ने डीन सहित 7 डॉक्टरों के चेंबर सील कर दिए हैं. चेंबर्से के सभी दस्तावेजों को अपने कब्जे में एसीबी ने ले लिया है. एसीबी के हाथ कई जरूरी दस्तावेज और अधिकारियों की बातचीत के रिकॉर्ड लगे हैं. जिसके बाद कई बड़े नामों की गिरफ्तारी हो सकती है.

एसीबी के जांच अधिकारियों ने बताया कि मामले में राजस्थान के एक मंत्री, भाजपा विधायक और सांसद की आपस में बातचीत की रिकॉर्डिंग की जांच-पड़ताल की जा रही है. हालांकि उस रिकॉर्डिंग में पैसों के लेन-देन की कोई बात नहीं की जा रही है. लेकिन बातचीत में यह लोग नौकरी के लिए सिफारिश करते हुए सुनाई दे रहे हैं. एसीबी की इस कार्रवाई के बाद राजस्थान की राजनीति में भूचाल आ गया है. कांग्रेस और भाजपा के नेता एक दूसरे पर गंभीर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं.

अलवर में मिला लावारिश शव

अलवर शहर में बुध विहार के विजय नगर ग्राउंड के पीछे झाड़ियों में शुक्रवार शाम को शव मिलने से सनसनी फैल गई. यह शव करीब 4 दिन पुराना बताया जा रहा है. शव शत-विक्षत हालत में था और उसपर कीड़े लगे हुए थे. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया है. शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं.

Last Updated : Jun 19, 2021, 5:13 AM IST
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