अलवर. अलवर के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल (Dedicated Covid Hospital In Alwar) में संविदा पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों (Health Workers) को कोरोना संक्रमण की बढ़ती दूसरी लहर के सामान्य होने के बाद चिकित्सालय प्रशासन की ओर से हटा दिया गया है. कार्रवाई से आक्रोशित होकर कर्मचारियों ने सोमवार को सामान्य चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी कक्ष के बाहर विरोध-प्रदर्शन (Protest) किया और फिर से बहाली और मांगों को पूरा करने की मांग की.
प्रदर्शन करने वालों में शामिल सफाईकर्मी सुंदरा ने बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के दौर में रक्षक कंपनी के ठेकेदार ने संविदा पर नियुक्त किया था. अब संक्रमण के कम होने के बाद उन्हें हटाया जा रहा है. ठेकेदार ने तय मानदेय के अलावा कोरोना के पीक समय में (Corona Peak) 100 रुपए प्रतिदिन अलग से देने का आश्वासन दिया था. साथ ही कोरोना संक्रमित मरीज (Corona Patient) की मौत के बाद उसकी डेड बॉडी (Dead Body) को पैक करने के लिए 750 रुपए अलग से मिलना तय हुआ था, लेकिन अब ठेकेदारों द्वारा उन्हें ये पेमेंट नहीं दिए जा रहे थे और उन्हें नौकरी से भी हटाया जा रहा है, जो कि गलत है.
रिक्रूटमेंट एजेंसी (Recruitment Agency) के मैनेजर महेश यादव ने बताया कि बढ़ते कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के दौरान चिकित्सालय प्रशासन द्वारा लेटर जारी किया गया था। जिसमे सफाई कर्मी, वार्ड ब्वॉय, सुरक्षाकर्मियों को संविदा पर तैनात किया गया था. वहीं अब कोरोना संक्रमण के कम होने के बाद कुछ कर्मचारियों को हटाया जा रहा है. हमारी मांग है कि कोविड-19 की द्वितीय लहर में उक्त सारी राशि का भुगतान किया जाय.
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सारे भुगतान हो चुके
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी सुनील चौहान ने बताया कि चिकित्सालय प्रशासन की ओर से संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों का मानदेय समय पर दे दिया गया है. वही इन लोगों का कहना है हमें पद से हटाया जा रहा है, क्योंकि कोरोना के मरीज पहले ज्यादा संख्या में आ रहे थे और हमें कार्य के लिए कर्मचारियों की आवश्यकता थी इसलिए इनको लगाया गया था. अब कोरोना संक्रमण कम होने पर कम मरीज आने के कारण इन लोगों को हटाया जा रहा है. चिकित्सालय प्रशासन ने इन कर्मियों के पूरे पेमेंट का भुगतान कर दिया गया है.