अलवर. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नसरू खां ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी के जनप्रतिनिधियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में जमकर धांधली हो रही है. ढहलावास गांव में गैर मुमकिन पहाड़ 39 बीघा 12 बिस्वा जमीन को गलत तरह से लोगों के नाम कर दिया गया. इसके अलावा रामनगर में 5 बीघा 9 बिस्वा भूमि नियम विरुद्ध आवंटन करने के आरोप लगाए हैं.
नसरू खां ने आरोप (Nasru Khan exposed the irregularities in land allotment) लगाया कि जिले के अन्य हिस्सों में भी खुलेआम जमीन व पहाड़ आवंटन करने का खेल चल रहा है. तहसील स्तर के अधिकारी इस पूरे खेल में लगे हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जनप्रतिनिधियों के इशारे पर यह पूरा खेल चल रहा है. नसरू खां इससे पहले भी सैकड़ों बीघा करोड़ों की जमीन आवंटित करने का खुलासा कर चुके हैं. जिला कलेक्टर ने इस मामले में कई अधिकारियों को निलंबित किया. सरकार की तरफ से मामले की जांच पड़ताल वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को दी गई है. वो मामले की जांच कर रहे हैं.
सरपंच व जनप्रतिनिधियों पर लगाए आरोपः नसरू खां ने प्रेस वार्ता करते हुए अलवर जिले में पहाड़ी की जमीन को गलत तरह से आवंटित करने का खुलासा किया. उन्होंने कई सरपंच व जनप्रतिनिधियों पर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि खुलेआम सालों पहले एससी-एसटी को आवंटित जमीन लोगों को गलत तरह से आवंटित की जा रही है. इसके अलावा चारागाह, बंजर सरकारी जमीन भी आवंटन करने का खेल चल रहा है.
उन्होंने आरटीआई व लोगों से मिले दस्तावेजों के आधार पर रामगढ़ अलवर ग्रामीण विधानसभा के कई गांव में हुए गड़बड़ी का खुलासा किया. उन्होंने कहा कि करोड़ों-अरबों रुपए की जमीन व पहाड़ रातों-रात लोगों के नाम की जा रही है. इस पर किसी का ध्यान नहीं है. नसरू खां ने आरोप लगाया कि ये पूरा खेल गुपचुप चल रहा है. तहसीलदार पटवारी अपने स्तर पर जनप्रतिनिधियों के इशारे पर जमीन आवंटन करने में लगे हुए हैं. जबकि यह उनके अधिकार क्षेत्र का मामला नहीं है. उन्होंने सरकार से मांग की कि इस पूरे मामले की जांच पड़ताल कराते हुए इसके लिए विशेष समिति का गठन करना चाहिए. साथ ही जनप्रतिनिधियों व अन्य लोगों की भी जांच करानी चाहिए, जिससे पता चल सके कि ये खेल किसके इशारे पर चल रहा है.
उन्होंने दस्तावेज पेश करते हुए कहा कि दिन में जमीन आवंटित की गई, रात को उसी व्यक्ति के नाम इंतकाल खोला गया व जमीन चढ़ाने की प्रक्रिया हुई. एक ही दिन में यह सारी प्रक्रिया हुई. जबकि आम आदमी इंतकाल खुलवाने जमीन ट्रांसफर करवाने व अन्य कार्यों के लिए सालों तक चक्कर लगाता है. उन्होंने कहा कि लगातार हो रहे खुलासे के बाद भी यह खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है. उन्होंने कहा कि अलवर जिले में हजारों बीघा जमीन लोगों के नाम गलत तरह से ट्रांसफर कर दी गई है. इसमें उन्होंने अपनी ही पार्टी के मंत्री विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियों पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि बिना जनप्रतिनिधियों की सहमति के ये खेल नहीं हो सकता है. इस पूरे मामले की सरकार को स्वतंत्र एजेंसी से जांच करानी चाहिए. इसमें कई बड़े लोगों के नाम सामने आएंगे. सभी लोग मलाई खाने में लगे हैं. आम जनता को लूटने में लगे हैं.
उन्होंने कहा कि अगर इस पूरे मामले की सही से जांच नहीं हुई तो वह इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलेंगे व अपनी बात रखेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर उसके बाद भी कोई कदम नहीं उठाया गया तो वो उग्र विरोध प्रदर्शन भी करेंगे. लेकिन जनता के अधिकार के लिए लड़ते रहेंगे. नसरू ने आरोप लगाते हुए कहा कि लोगों की जमीन अधिकारी लूटने में लगे हैं व अपने चहेते लोगों को दे रहे हैं. बिना किसी नियम कायदे के खुलेआम रातों-रात या खेल चल रहा है. नसरू खां ने कहा कि मंत्री बोल रहे है कि आम सभा में जमीन आवंटित हुई है. जबकि ग्रामीण मना कर रहे हैं कि कोई बैठक नहीं हुई. ऐसे में साफ है कि अलवर में जमीन व पहाड़ो का खेल हो रहा है. पूर्व मंत्री ने कहा कि यूआईटी की करोड़ो की जमीन गलत तरह से आवंटित करके बेच दी गईं. उस जमीन पर फेक्ट्री लग गई हैं. यूआईटी के अधिकारी काम रुकवाने की जगह जल्दी काम करने की बात कह रहे हैं.