जयपुर : फिल्म अभिनेता विक्रांत मैसी अपनी नई फिल्म 'द साबरमती रिपोर्ट' के प्रमोशन के लिए मंगलवार को राजधानी जयपुर पहुंचे. वे अपनी इस फिल्म को लेकर चर्चा में बने हुए हैं. यह फिल्म 15 नवंबर को रिलीज होगी, लेकिन अनाउंसमेंट के बाद से ही फिल्म सुर्खियों में है. इस फिल्म के प्रमोशन इवेंट में विक्रांत ने खुलासा किया कि उन्हें लंबे समय से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. उनके अनुसार ये धमकियां उनकी अपकमिंग फिल्म 'द साबरमती रिपोर्ट' के लिए मिल रही हैं.
विक्रांत मैसी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि फिल्म को लेकर काफी समय से धमकियां मिल रही हैं. अब डर नहीं लग रहा है, लेकिन फिल्म करने से पहले डर रहा था. उन्होंने कहा कि साबरमती अग्निकांड एक पॉलिटिकल इंसिडेंट बन गया, एक पॉलिटिकल इवेंट बन गया. दो पक्ष आए, एक लेफ्ट है, एक राइट है. 22 साल हो चुके हैं, आज भी वही सब चल रहा है. इसको किसी ने ह्यूमन ट्रेजेडी के तौर पर नहीं देखा.
फिल्म अभिनेता विक्रांत ने कहा कि इस फिल्म के जरिए हमारी कोशिश यह है कि उन 59 लोगों को याद किया जाए, जिनको 22 साल से किसी ने याद नहीं किया, जिनके बारे में किसी को पता नहीं है. अपने मकसद के लिए जिन लोगों ने उनकी कहानी को छिपाने की और दबाने की कोशिश की. फाइनली उनको हमारे देश में वह पहचान मिले, जो वह डेजर्व करते थे.
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विक्रांत ने कहा कि मुझे टारगेट किया जा रहा है, लेकिन हमने उचित कदम उठाए हैं. अब मुझे डर नहीं लग रहा है, लेकिन डर पहले था, जब फिल्म कर रहे थे. गोधरा की हवा में आज भी वही भारीपन है. ये हमारे देश का 9-11 है. 22 साल हो गए, आज भी उन 59 लोगों को एक आंकड़े के तौर पर देखा जाता है.
उन्होंने कहा कि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान क्या हुआ, वह सब हमें पढ़ाया गया. इतनी बड़ी दुर्घटना होती है, लेकिन हमें नहीं पता. आजकल फिल्म इंडस्ट्री में लेखक से ज्यादा लॉयर्स घूमते हैं, क्योंकि हमारे ऊपर हर दूसरे दिन नोटिस आता है. ये हमारी मॉडर्न हिस्ट्री है. फैक्ट्स के साथ कहानी बताने का यही समय था.