अलवर. प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली के करीबी और कांग्रेस के पार्षद नरेंद्र मीणा और दो ठेकेदारों को जयपुर एसीबी की टीम ने पांच लाख से ज्यादा की रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. तीनों 15 दिनों से जेल में बंद थे. हाईकोर्ट से तीनों को आज जमानत (Narendra Meena and two contractors got bail) मिल गई है.
बुधवार को नरेंद्र मीणा और दो अन्य साथी को कोर्ट से बेल मिलने पर उन्होंने कहा कि वह आगामी दिनों में कई बड़े खुलासे करेंगे. अभी तक जो मीडिया के सामने आया वह गलत है. नरेंद्र मीणा को अलवर के केंद्रीय कारागार से बुधवार को रिहा किया गया. इस दौरान उनकी पत्नी और परिवार के अन्य लोगों के साथ बड़ी संख्या में समर्थक उनको लेने के लिए पहुंचे. फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया गया.
बड़ी संख्या में गाड़ियों के काफिले के साथ नरेंद्र मीणा केंद्रीय कारागार से रवाना हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि अभी तक मीडिया के सामने जो आया है वह पूरी तरह गलत है. आगामी दिनों में वह कई बड़े खुलासे करेंगे. उन्होंने कहा कि घटनाक्रम पर अभी बोलने का सही समय नहीं है. साथ ही उन्होंने अपने परिजन और साथियों का धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि मुसीबत के समय में जिन लोगों ने साथ दिया उनका वह हमेशा ही आभारी रहेंगे.
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पार्षद नरेंद्र मीणा और ठेकेदारों को एसीबी की टीम ने रिश्वत प्रकरण में गिरफ्तार किया था. एसीबी के अधिकारियों का कहना है कि उनके पास पुख्ता साक्ष्य हैं जिसके आधार पर तीनों लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें एसीबी की टीम के बड़े खुलासे होने का दावा कर रही थी कि कई अधिकारी और नेताओं के नाम भी सामने आए, लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई. वहीं दूसरी तरफ 15 दिन जेल में रहने के बाद नरेंद्र मीणा बुधवार को अलवर के केंद्रीय कारागार से बाहर आए. केंद्रीय कारागार के बाहर नरेंद्र मीणा का उनके समर्थकों ने स्वागत किया.