अलवर. शहर के वार्ड में रोड लाइट नहीं जलने से परेशान भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने बुधवार को नगर परिषद के मुख्य द्वार पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने सभापति और कांग्रेसी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और शहर में सफाई और रोड लाइट की व्यवस्थाओं से परेशान पार्षदों ने आज नगर परिषद गेट पर धरना देकर नगर परिषद प्रशासन को जमकर कोसा है. भाजपा पार्षद घनश्याम सोनी ने कहा कि पिछले एक साल से जब से कांग्रेस का बोर्ड बना है, ना शहर में सफाई हो रही है, ना रोड लाइट लग रही है और ना ही आवारा पशुओं की समस्याएं दूर हो रही है.
पार्षदों को उम्मीद थी कि नया कमिश्नर आने के बाद उनकी समस्याओं का निराकरण होगा, लेकिन जब से सोहन सिंह नरूका कमिश्नर बन कर आए हैं, उन्होंने भी नगर परिषद अध्यक्ष के साथ मिलकर शहर को बेहाल कर दिया है. हालात यह है कि कमिश्नर ने आते ही विकास कार्यों की सारी एनआईटी रद्द कर दी. अब 2000 रोड लाइट की एनआईटी लगाई गई थी. वह भी एक दिन पहले ऐन वक्त पर रद्द हो गई. पार्षदों की हालत यह है कि वह वार्ड में जाने के लायक नहीं है, क्योंकि जनता उनके कपड़े फाड़ने को तैयार है.
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नगर परिषद उपाध्यक्ष घनश्याम गुर्जर ने बताया कि दिवाली का त्योहार सर पर है और शहर में रोड लाइट तक नहीं है. वार्ड के लोग यह पूछते हैं कि जब रोड लाइट आ गई तो अभी तक लगी क्यों नहीं. अब लोगों को कौन समझाए कि ऐन वक्त पर रोड लाइटों की एनआईटी कैंसिल कर दी, ताकि चहेते ठेकेदारों को ठेका दिया जा सके. परिषद उपाध्यक्ष ने कहा कि मौजूदा चेयरमैन के रहते नगर परिषद के हालात बदतर हो चुकी हैं और प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है. उन्होंने कहा कि लोग रो रहे हैं और पार्षदों झगड़ा करने पर आमादा है. गुर्जर ने कहा कि शहर के लोग इस बार बिना लाइटों के दिवाली मनाएंगे, इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा.