अलवर. रेलवे में डिप्टी चीफ इंजीनियर आगरा शहर उत्तरी रेलवे खंड में सहायक अधिशासी अभियंता ब्रिज लाइन में कार्यरत रमेश सिंह को एसीबी की टीम ने डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.
अलवर के रहने वाले एक कांट्रेक्टर का रेलवे में ब्रिज व अंडरपास बनाने का काम चल रहा था. टेंडर का बिल पास करने की एवज में अधिकारी ने टेंडर की एक प्रतिशत राशि रिश्वत के रूप में मांगी. अलवर के रामगढ़ के मुख्य बाजार में रिश्वत की राशि के साथ एसीबी की टीम ने सहायक अधिशासी अभियंता को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.
यह पूरी कार्रवाई एसीबी के एसपी विजय सिंह व डिप्टी एसपी महेंद्र मीणा के नेतृत्व में की गई. अलवर एसीबी की टीम को अलवर के रहने वाले एक कांट्रेक्टर ने रेलवे के एक अधिकारी द्वारा बिल पास करने की एवज में एक प्रतिशत राशि रिश्वत के रूप में मांगने की शिकायत दी. जिसके बाद एसीबी की टीम ने उस शिकायत का सत्यापन कराया. सत्यापन में शिकायत सही पाई गई. जिसके बाद एसीबी की टीम ने विशेष रंग वाले नोट लेकर कॉन्ट्रैक्टर को भेजा. एसीबी की टीम लगातार कॉन्ट्रैक्टर का पीछा कर रही थी. रेलवे में सहायक अधिशासी अभियंता रमेश सिंह कांट्रेक्टर को घुमाते हुए रामगढ़ के मुख्य बाजार में बुलाया.
वहां चाय पीते हुए एक दुकान पर रिश्वत के डेढ़ लाख रुपए की राशि ली. उसके बाद रमेश सिंह गाड़ी में बैठ कर जाने लगा. इसी दौरान कॉन्ट्रेक्टर के इशारे पर एसीबी की टीम ने रमेश सिंह को गिरफ्तार कर लिया. उसके साथ कुछ और लोग थे. जिनको एसीबी की टीम ने छोड़ दिया.
रमेश सिंह को रामगढ़ थाने में लाया गया.। जहां लगातार एसीबी की टीम जांच पड़ताल कर रही है. एसीबी के डिप्टी एसपी महेंद्र मीणा ने कहा कि रमेश सिंह ग्राम बादलपुर सुजानगढ़ जौनपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. यह सहायक अधिशासी अभियंता ब्रिज लाइन में कार्यरत है. ब्रिज व अंडरपास का निर्माण कार्य कॉन्ट्रैक्टर की तरफ से किया जा रहा था. टेंडर का बिल पास करने की एवज में रेलवे के अधिकारी ने एक प्रतिशत रिश्वत मांगी थी.