अलवर. अलवर के प्रताप पलटन के पास 100 साल पुराना हनुमान जी का एक मंदिर है. मंदिर में राम भक्त हनुमान 'कैद' में रह रहे हैं. दरअसल सेना ने तारबंदी से पूरे मंदिर परिसर (Army fencing of Hanuman temple in Alwar) को घेर रखा है. पिछले लगभग 2 साल से मंदिर बंद पड़ा है जिससे वहां पूजन-अर्चन भी नहीं हो पा रहा है. कई बार कहने के बाद भी मंदिर परिसर श्रद्धालुओं के लिए खोला नहीं जा रहा है.
स्थानीय लोगों को दिक्कत हुई तो उन्होंने मांग रखी जिस पर सेना ने आवागमन का रास्ता दे दिया. लेकिन कुछ अरसे बाद बंद कर दिया. इसके बाब फिर लोग मंदिर दर्शन न हो पाने से परेशान हैं. महाबली हनुमान के लिए अब भक्तों ने प्रशासन का दरवाजा खटखटाया है. आहत हनुमान भक्तों ने अलवर कलेक्ट्रेट पहुंचकर मंदिर खुलवाने की प्रार्थना की और धरना भी दिया.
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ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. बल्कि कई दिनों से लोग गुहार लगाते रहे हैं. मंदिर खोलने को लेकर उन्होंने हर छोटे बड़े अधिकारी से मुलाकात की है. जिला प्रशासन से लेकर सैन्य अधिकारियों तक अपनी बात रखी. बजरंगबली को रिहा करने की सिफारिश की लेकिन अब तक मांग अनसुनी ही रही. आजिज आ लोगों ने शुक्रवार (25 फरवरी 2022) को कलेक्ट्रेट पर धरना दे दिया. नारेबाजी की और अपनी भड़ास निकाली. उन्होंने प्रशासन को चुनौती दी है कि अगर फैसला उनके हक में नहीं हुआ तो विरोध प्रदर्शन (Alwar people adamant to remove fencing from Hanuman temple) लम्बा चलेगा.
वार्ड नंबर 4 के पार्षद ने बताया शिव व हनुमान मंदिर में लोगों की आस्था है. हजारों की संख्या में लोग भगवान के दर्शन के लिए आते हैं. मंदिर बंद होने से लोग परेशान हैं. परेशान लोग अपनी समस्या लेकर वार्ड पार्षद व जनप्रतिनिधियों के पास पहुंच रहे हैं. जनप्रतिनिधि कई बार इस समस्या से प्रशासन को अवगत करा चुके हैं लेकिन प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया.
ऐसे में परेशान भक्त बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन करने पहुंचे लगातार प्रशासन व सेना के खिलाफ नारेबाजी करते रहे. एसडीएम प्यारेलाल ने लोगों से मिलकर जल्द उनकी समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया. हालांकि अपनी जिद्द पर अड़े लोगों ने कहा कि जब तक मंदिर नहीं खुलेगा उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.