अलवर. शहर में दुष्कर्म के आरोपी अग्रिम जमानत पर चल रहे निलंबित एएसआई रामजीत गुर्जर की मुश्किलें बढ़ गई हैं. उनके खिलाफ पीड़िता को राजीनामा नहीं करने पर धमकी देने का मामला रविवार को अरावली विहार थाने में दर्ज कराया गया है. बता दें कि रामजीत पर शुरू से कई गंभीर आरोप लग रहे हैं. शुरुआत में पीड़िता को मामला वापस लेने के लिए जान से मारने की धमकी के आरोप भी लगे. साथ ही पुलिस के आला अधिकारियों पर रामजीत को बचाने के आरोप सामने आए.
कार्यवाहक थानाधिकारी राजवीर शेखावत ने बताया कि पीड़ित महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसने एएसआई के खिलाफ शादी का झांसा देकर ढाई साल तक उसके साथ दुष्कर्म करने का मामला महिला थाने में दर्ज करवाया हुआ है. पुलिस ने इस प्रकरण में आरोपी के खिलाफ 15 मार्च को कोर्ट में चालान पेश कर दिया.
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पीड़िता के पास 20 मार्च को अलग-अलग समय 3-4 अनजान मोबाइल नंबरों से फोन आया. इन लोगों ने कहा कि केस में राजीनामा कर लो. इससे पहले 19 मार्च की दोपहर एक व्यक्ति ने फोन कर उसका पता पूछा और राजीनामा नहीं करने पर धमकी दी. इसके अलावा शनिवार दोपहर पीड़िता जब गायत्री मंदिर के पास अलवर वाहिनी स्टैंड पर खड़ी थी. तब स्कूटी पर सवार होकर एएसआई आया और राजीनामा नहीं करने पर धमकी देकर बस स्टेंड की तरफ भाग गया. वह आरोपी एएसआई से डरी हुई है.
पीड़िता ने पुलिस को दी रिपोर्ट में लिखा कि 4 मार्च को उसके 164 के कलमबद्ध बयान कोर्ट में होने थे. इससे पहले सुबह 6.15 बजे उसके घर एक कार में 5-6 लोग आए. उन्होंने बयान नहीं देने का दबाव बनाया था. उसने इसकी एसपी से शिकायत की. इसके बाद अरावली विहार थाना पुलिस मौके पर पहुंची और उक्त गाड़ी बरामद की. कार्यवाहक थानाधिकारी शेखावत ने बताया कि आरोपी एएसआई के खिलाफ पीड़िता को धमकाने का मामला दर्ज कर लिया है.
इस मामले में पीड़िता ने 2 मार्च को अरावली विहार थाने के एएसआई रामजीत गुर्जर के खिलाफ शादी का झांसा देकर ढाई साल तक दुष्कर्म करने का मामला दर्ज करवाया था. एसपी तेजस्वनी गौतम ने प्रारंभिक जांच में एएसआई को दोषी मानते हुए लाइन हाजिर किया. इसके बाद उसे निलंबित कर दिया.
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पुलिस ने एएसआई को दुष्कर्म का दोषी मानते हुए 15 मार्च को उसके खिलाफ कोर्ट में चालान पेश कर दिया. फिलहाल आरोपी एएसआई अग्रिम जमानत पर है. इस दौरान आरोपी के खिलाफ लगातार मामले सामने आ रहे हैं. जिसके चलते पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं.