अलवर. ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में दूरदराज की ढाणियों में रहने वाले दर्जनों गांवों में चिकित्सा सेवा देने के लिए एएनएम की नियुक्ति नहीं की गई. जिस वजह से वहां के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. छोटी सी छोटी बीमारी के इलाज के लिए भी काफी दूर जाना पड़ता है.
वहीं हाल ही में सीएमएचओ की तरफ से 6 एएनएम (ANM) को मालाखेड़ा क्षेत्र में नियुक्त किया गया था. इसके बाद 2 एएनएम को जिले के दूसरे क्षेत्र में नियुक्त कर दिया गया.
बता दें की श्रम मंत्री के क्षेत्र में मंत्री के बजाय प्रशासन हावी हैं. जिस वजह से यहां जनहित की ओर किसी का भी ध्यान नहीं है. वहीं श्रम मंत्री के चहेते सरपंच खारड़ा के गांव भडोली में हाल ही में नियुक्त उप स्वास्थ्य परिचारिका को हटाकर सीएमएचओ ने अपनी मर्जी से उसे दूसरे स्थान पर लगा दिया.
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वहीं दूसरी स्वास्थ्य परिचारिका ढाकपुरी में लगाई थी, जिसे भी हटा दिया गया. ढाकपुरी सरपंच सुनीता यादव का कहना है कि गांव में लगी हुई एएनएम की मृत्यु के बाद कोई सेवा देने ही नहीं आया. जबकि भडोली में श्रम मंत्री ने हाल ही में नया उप स्वास्थ्य केंद्र स्वीकृत कराया है. वहां से भी एएनएम को हटा दिया गया.
उखंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी पूरणमल मीणा ने बताया कि पूरे क्षेत्र में 16 पद एएनएम के रिक्त थे. जहां पर 6 उप स्वास्थ्य परिचारिका अभी लगाई गई थी और उनमें से सीएमएचओ महोदय ने 2 को तुरंत ही हटा दिया. जिन्हें जिले के ही दूसरे क्षेत्र में लगा दिया.