अलवर. मौसम में बदलाव के साथ ही अलवर में पानी की किल्लत बढ़ने लगी है. अलवर के जलदाय विभाग कार्यालय में प्रतिदिन लोगों का जमावड़ा रहता है. पानी के लिए दिन भर शहर के प्रमुख चौराहों व सड़क मार्गों पर जाम लगते हैं. हर साल की तरह जलदाय विभाग के अधिकारी केवल पानी सप्लाई करने का दावा कर रहे हैं, लेकिन शहर की कृषि कॉलोनी व पुराने मोहल्लों में हालात ज्यादा खराब हैं.
अलवर शहर में प्रतिदिन पानी की डिमांड 90 एमएलडी के आस पास रहती हैं, जबकि जलदाय विभाग की तरफ से 40 एमएलडी पानी सप्लाई किया जाता है. शहर की कृषि कॉलोनी में अमृत योजना के तहत नई पानी की टंकी नए ट्यूबवेल पानी की लाइन डालने का काम चल रहा है. एनसीआर योजना के तहत अलवर शहर में 147 करोड़ के काम हुए, लेकिन लोगों को उनका फायदा नहीं मिला. शहर के हालात जस के तस बने हुए हैं. साल भर पानी की किल्लत रहती है, लेकिन गर्मी के मौसम में हालात खराब हो जाते हैं. मौसम में बदलाव के साथ ही अब पानी की किल्लत बढ़ने लगी है. जलदाय विभाग के कार्यालय में प्रतिदिन लोगों का जमावड़ा रहता है. बड़ी संख्या में लोग शहर की विभिन्न सड़कों पर जाम लगाते हैं. लगातार पानी की डिमांड कर रहे हैं.
शहर के भीखम सैयद मोहल्ले में कई सालों से पानी सप्लाई नहीं हुआ. परेशान लोगों ने जलदाय विभाग के कार्यालय में पहुंचकर अपनी समस्या रखी है. स्थानीय लोगों का कहना था कि 4 से 5 साल से हालात खराब हैं. पानी सप्लाई नहीं होने के कारण लोग परेशान हैं. लोगों ने कहा कि कुछ घरों में तो हालात ज्यादा खराब है. एक बूंद भी पानी सप्लाई नहीं होता है. लोगों को मजबूरी में मिलाकर पानी के टैंकर मंगवाने पड़ते हैं. पानी के टैंकर से काम चलाना पड़ रहा है. दूसरी तरफ जलदाय विभाग की तरफ से बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन हालातों में अब तक कोई सुधार नहीं हुआ. हर साल पानी के लिए दिन हालात खराब हो रहे हैं, हालांकि जलदाय विभाग के अधिकारी हालात बेहतर होने का दावा कर रहे हैं.