अलवर. कोरोना के चलते लोग अपने घरों में बंद हैं. लगातार संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में लोगों में डिप्रेशन, तनाव सहित कई तरह की दिक्कतें हो रही हैं. बिगड़ते हालात को देखते हुए एक तरफ प्रदेश सरकार ने संजीवनी मोबाइल एप शुरू किया है. जिस पर घर बैठे डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं. तो वहीं दूसरी तरफ अलवर पुलिस राजस्थान में पहली बार एक विशेष सेशन शुरू करने जा रही है. इसमें एम्स जोधपुर, एसएमएस हॉस्पिटल जयपुर, दुर्लभजी और यूनिसेफ जैसे विशेषज्ञों से लोग सवाल पूछ सकते हैं.
प्रतिदिन शाम के समय 2 घंटे अलवर पुलिस व अलवर जिला प्रशासन के फेसबुक पेज पर एक्सपर्ट लाइव रहेंगे. ऐसे में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि लोगों को खुद डॉक्टर बनने की आवश्यकता नहीं है. साथ ही सोशल मीडिया पर चलने वाली अफवाह में वीडियो पर भी ध्यान ना दें. अपने सवाल एक्सपर्ट से पूछें.
कोरोना के चलते लोग अपने घरों में बंद हैं. ऐसे में लोगों में डिप्रेशन तनाव चिड़चिड़ापन सहित कई तरह की शिकायतें होने लगी हैं. ऐसे में अलवर पुलिस के प्रयासों से अलवरवासी 3 मई से रोजाना शाम 5 से 7 बजे तक एक्सपर्ट डॉक्टर से सवाल पूछ सकेंगे. रोजाना अलग-अलग एक्सपर्ट आमजन के सवालों का सीधा लाइव जवाब देंगे. रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े अवधि में कम्यूनिटी पुलिसिंग के तहत अलवर पुलिस, यूनिसेफ, राज्य बाल संरक्षण आयोग, सरदार पटेल पुलिस यूनिवर्सिटी, ग्रामीण विकास विभाग, सरकार व जिला प्रशासन के प्रयासों से चिकित्सक संवाद शृंखला पूछें डॉक्टर से सवाल एक कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है.
एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि शाम 5 से 7 बजे अलवर पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकृत फेसबुक पेज व यूट्यूब चैनल पर लाइव जुड़ सकते हैं. पूछे डॉक्टर से सत्र में पहले दिन जोधपुर एम्स के डॉक्टर गोपाल कृष्ण बोहरा जानकारी देंगे. आमजन कोविड से जुड़े सवाल कर सकते हैं. इस जागरूकता कार्यक्रम से जुड़कर दूसरों को भी सही जानकारी दे सकते हैं. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एक्सपर्ट की राय लेकर ही उसे अमल में लाना चाहिए.
कई बार लोग सोशल मीडिया पर चलने वाली आंखों का विश्वास कर लेते हैं साथ ही अपने अनुसार उपाय करके गलती कर जाते हैं. जिससे बड़ा नुकसान भी हो जाता है. लेकिन, पूछे डॉक्टर से सत्र में रोजाना देश के बड़े डॉक्टर इलाज व परामर्श के अलावा देशी नुस्खे भी बताएंगे. राजस्थान में पहली बार अलवर पुलिस की तरफ से यह प्रयास शुरू किया गया है. एसपी ने कहा कि इसका सीधा फायदा आम लोगों को मिलेगा साथ ही शाम के समय लोग अपने घरों से निकलते हैं. इसलिए इस कार्यक्रम का समय शाम का रखा गया है. जिससे लोग अपने घरों में रहे.