अलवर. अलवर के खैरथल में शराब ठेके पर काम करने वाले एक कर्मचारी को डीप फ्रीजर में डालकर जिंदा जलाने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि 5 महीने का वेतन मांगने पर ठेकेदार ने सेल्समैन को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया. सेल्समैन का शव डीप फ्रीजर में रखा हुआ मिला था. इस घटना के बाद एक बार फिर से प्रदेश की राजनीति में बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो गया है. भाजपा नेता कांग्रेस सरकार प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को घेरने में लगे हैं.
परिजनों का आरोप- वेतन मांगने पर हुई हत्या...
सेल्समैन के परिजनों का आरोप है कि कमलेश ने अपने ठेकेदार से वेतन मांगा. इस पर ठेकेदार व उसके साथियों ने कमलेश पर पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया. पुलिस को कमल किशोर का शव ठेके के डीप फ्रीजर में मिला है. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची व मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. मृतक के भाई ने बताया कि कमल किशोर करीब 5 महीने से ठेके पर सेल्समैन का काम कर रहा था. इस दौरान वे पहली बार ठेके पर रात में रुका था. उसका पिछला वेतन बकाया चल रहा था. परिजनों ने आरोप लगाया कि ठेके के पीछे की ओर छेद से पेट्रोल या अल्कोहल छिड़ककर आग लगाई गई है. आग फैलने के बाद उसका भाई जान बचाने के लिए डीप फ्रीजर में गया, जहां उसकी जलने से मौत हो गई.
अशोक गहलोत पर भाजपा हुई हमलावर...
इस घटना ने पूरे प्रदेश में तूल पकड़ लिया है. लगातार नेताओं की तरफ से बयानबाजी हो रही है. भाजपा के नेता लगातार कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को घेरने में लगे हुए हैं. हालांकि, अभी तक कांग्रेस नेताओं की तरफ से किसी भी तरह का बयान सामने नहीं आया है. भाजपा नेताओं का कहना है कि पहले करौली और अब अलवर हुई इस हत्या से साफ हो जाता है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. पुलिस इस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है. मृतक के परिजन ग्रामीणों के साथ पंचायत कर रहे हैं. अब तक इस मामले में परिजनों की तरफ से दो लिखित शिकायतें दी जा चुकी हैं. गांव में भी इस घटना के बाद कई तरह के पक्ष सामने आ चुके हैं.