अलवर. जिले में धर्म परिवर्तन कराने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ पीड़ित के वकील का कहना है कि पीड़ित परिवार को आरोपियों से लगातार धमकी मिल रही है. जबकि मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि पीड़ित की ओर से अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है.
बत दें कि अलवर के बड़ौदामेव थाना अंतर्गत गांव में रहने वाले एक जाटव परिवार के धर्म परिवर्तन कराने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. पूरे प्रदेश में बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो गया है. भाजपा की तरफ से एक बार फिर से कांग्रेस सरकार और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को घेरने का काम किया जा रहा है.
अभी तक नहीं मिला न्यायालय का आदेश: एसपी
एससी एसटी विशेष न्यायालय ने धर्म परिवर्तन कराने के मामले में 25 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. वहीं, एसपी ग्रामीण श्रीमन मीणा का कहना है कि अभी तक न्यायालय का आदेश नहीं मिला है, जैसे ही इस मामले में कोई आदेश मिलता है उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.
ज्ञानदेव आहूजा ने प्रशासन को दी चेतावनी...
मामले को लेकर रामगढ़ के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने अलवर पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन को एक सप्ताह का समय दिया है. उन्होंने कहा कि अगर एक सप्ताह में प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया तो उसके बाद अलवर में उग्र प्रदर्शन किया जाएगा.
आहूजा ने जाति विशेष के लोगों पर कई गंभीर आरोप लगाए और कहा कि ये अलवर व हरियाणा क्षेत्र में लगातार कई तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. मंदिरों में तोड़फोड़ हो रही हैं और धर्म परिवर्तन के भी मामले आए दिन सामने आते रहते हैं. उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार और स्थानीय प्रशासन भी ऐसे लोगों को बचाने में लगा है, इसलिए घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
जानकारी के अनुसार जिले में धर्म परिवर्तन कराने सहित प्रताड़ित करने का मामला सामने आया था. आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पीड़ित परिवार पहले पुलिस के पास पहुंचा. पीड़ित का आरोप है कि इस मामले में पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद उसने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है. पीड़ित के परिवाद पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने 25 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.