अलवर. ऑन ड्यूटी और ऑफ ड्यूटी पुलिस कर्मी की मृत्यु होने पर परिजनों को तुरंत तीन लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी. अलवर जिले में पुलिस कर्मियों की ओर से एक कॉर्प्स फंड बनाया जा रहा है. इसमें सभी पुलिसकर्मी अपने एक दिन का वेतन देंगे. ऐसे में किसी भी तरह की घटना होने पर पुलिस कर्मचारियों के परिजनों को तुरंत मदद उपलब्ध कराई जाएगी.
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राजस्थान में जयपुर के बाद अलवर सबसे बड़ा जिला है. अलवर जिले में हर साल 16 हजार से अधिक अपराध के मामले दर्ज होते हैं. जिले में बढ़ती घटनाओं के ग्राफ को देखते हुए पुलिस के लिए अलवर में 2 हिस्से बनाए गए हैं. साथ ही लगातार पुलिस को भी मजबूत करने का काम चल रहा है. आए दिन ऑन ड्यूटी और ऑफ ड्यूटी पुलिसकर्मियों की मौत के मामले सामने आते हैं. ऐसे में पुलिसकर्मियों के परिजनों को कई महीनों और कभी-कभी तो सालों बाद सरकार की सहायता मिलती है.
ऐसे में पुलिसकर्मियों के परिजनों को तुरंत मदद मिल सके, इसके लिए अलवर जिले में पुलिस कर्मियों की ओर से कॉर्प्स फंड बनाया गया है. इसमें सभी पुलिसकर्मी अपने एक दिन का वेतन देंगे. उसके बाद किसी भी पुलिसकर्मी के साथ अगर कोई अप्रिय घटना होती है तो उसके परिजनों को पुलिस जिला मुख्यालय की तरफ से तीन लाख की सहायता तुरंत ही जाएगी.
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा के पुलिस कर्मियों को सरकार वन्य संबंधित एजेंसी की मदद कुछ समय बाद मिलती है. इस दौरान पुलिस कर्मियों के परिजन खासे परेशान होते हैं. पुलिस लाइन में हुई पुलिस कर्मियों की बैठकों के दौरान हमेशा यह मुद्दा सामने आया. जिसके बाद अलवर में कॉरपस फंड बनाने का फैसला लिया गया. अलवर के अलावा राजस्थान के कुछ अन्य जिलों में भी इस तरह का फंड चल रहा है जिसमें पुलिसकर्मी अपना सहयोग देते हैं. इस दौरान किसी भी तरह की घटना-दुर्घटना होने पर पुलिस कर्मियों को तुरंत मदद उपलब्ध कराई जाती है. एसपी ने कहा कि इससे पुलिसकर्मियों को बड़ी राहत मिलेगी.