अलवर. जिले में दीपावली के पांच दिवसीय उत्सव को देखते हुए बाजारों में असामाजिक तत्वों की निगरानी के लिए पुलिस ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की है. इसी के तहत बुधवार को अलवर शहर के पुलिस उपाधीक्षक नरेश शर्मा, अलवर शहर कोतवाल अध्यात्म गौतम के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला गया. मार्च के जरिए संदेश दिया गया कि निर्भीक होकर बाजार में खरीदारी करें और किसी भी तरीके की परेशानी हो तो तुरंत ही पुलिस को सूचना दें.
फ्लैग मार्च अलवर शहर कोतवाली से शुरू हुआ, जो होप सर्कस, चर्च रोड, मन्नी का बड़, अशोका टॉकीज, और त्रिपोलिया होते हुए वापस कोतवाली पहुंचा. अलवर शहर में दीपावली पर सबसे व्यस्त बाजार ही शहर कोतवाली के अधीन आते हैं. जिसमें सराफा बाजार, बजाजा बाजार, हॉफ सर्कस, मन्नी का बड़, चर्च रोड, मालाखेड़ा बाजार, मुंशी बाजार, घंटाघर, पंसारी बाजार, काशीराम का चौराहा, यह बाजार सबसे महत्वपूर्ण है.
जहां दीपावली पर खरीददारों की सर्वाधिक भीड़ रहती है और सर्वाधिक बाजार और फुटपाथ बाजार भी इसी के अधीन लगते हैं. इसी के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने के लिए पुलिस ने पूरी व्यवस्था चाक-चौबंद कर रखी है.
पुलिस उपाधीक्षक नरेश शर्मा ने बताया कि दीपावली पर भीड़भाड़ को देखते हुए असामाजिक तत्व सक्रिय हो जाते हैं. जेब कतरे, चेन स्नेचिंग और वाहन चोरों पर निगरानी के लिए विशेष पुलिस टीम गठित की है. साथ ही सड़कों पर फैले अतिक्रमण को भी हटाया जा रहा है, जिससे यातायात व्यवस्था दुरुस्त रहे और खरीदारी करने आए राहगीरों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो.
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उन्होंने बताया कि सादा वर्दी में भी पुलिस कर्मी बाजार में तैनात रहेंगे और मचान का भी प्रयोग किया जाएगा. जिस पर पुलिसकर्मी दूरबीन लेकर बैठेंगे और दूर तक असामाजिक तत्वों पर निगरानी रख सकेंगे. इसके अलावा घुड़सवार की गस्त बदस्तूर जारी रहेगी. साथ ही पुलिस टीमें बनाई गई हैं, जो पैदल गश्त करती रहेंगी. इसके अलावा अलवर कोतवाली के अधीन लगे सीसीटीवी कैमरे पर भी निगरानी रखी जाएगी, जिससे असामाजिक तत्व किसी भी इलाके में सक्रिय ना हो सके.