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अलवर से 'आवाज अभियान' की शुरूआत, जिला पुलिस ने आगामी साल का बनाया कैलेंडर

अलवर में बढ़ती महिला संबंधित अपराधों को देखते हुए पुलिस विभाग की तरफ से पूरे प्रदेश में 'आवाज अभियान' शुरू किया गया है. इसकी शुरुआत अलवर से की गई है. पुलिस मुख्यालय की तरफ से 12 नवंबर तक इस अभियान को चलाने के निर्देश दिए गए हैं. इस बीच अलवर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अलवर पुलिस ने आगामी एक साल का कैलेंडर तैयार कर लिया है.

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अलवर से आवाज अभियान की शुरूआत
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Published : Nov 3, 2020, 9:54 AM IST

अलवर. जिले में बढ़ती महिला संबंधित अपराधों को देखते हुए पुलिस विभाग की तरफ से पूरे प्रदेश में आवाज अभियान शुरू किया गया है, लेकिन इसकी शुरुआत अलवर से की गई है. वैसे पुलिस मुख्यालय की तरफ से 12 नवंबर तक इस अभियान को चलाने के निर्देश मिले हैं, लेकिन अलवर पुलिस ने आगामी एक साल का कैलेंडर तैयार कर लिया है. अलवर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अलवर में एक सिस्टम विकसित किया जा रहा है, जिसके तहत आगे भी जागरूकता को लेकर काम होता रहेगा. अलवर जिला युवती, महिला और बच्चियों के साथ होने वाली घटनाओं के लिए पूरे देश में बदनाम है. अलवर में आए दिन नए मामले सामने आते हैं. गैंगरेप की घटनाओं ने अलवर को पूरे देश में शर्मसार किया है. ऐसे में बढ़ते अपराध को देखते हुए पुलिस विभाग की तरफ से पूरे प्रदेश में एक अभियान शुरू किया गया है.

अलवर से आवाज अभियान की शुरूआत

इस अभियान के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को विभिन्न कार्यक्रम के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है. अलवर में पुलिस की तरफ से जागरूकता रैली ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस संवाद कार्यक्रम पेंटिंग चित्रकला प्रतियोगिता सहित कई तरह के जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. हाल ही में पुलिस ने नुक्कड़ नाटक भी शुरू किया है. जिले में ऐसी पंचायतों का चयन किया जा रहा है, जहां ज्यादा घटनाएं होती हैं. अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि वैसे तो अभियान बहुत चलते हैं, लेकिन यह अभियान एक ऐसा अभियान है, जो लंबे समय तक चलेगा. उन्होंने कहा कि लोगों की सोच में जब तक बदलाव नहीं आएगा, तब तक घटनाओं का सिलसिला जारी रहेगा.

यह भी पढ़ें- नगर निगम चुनाव के नतीजे पर रहेगी पार्टियों की निगाहें, जीतने वाले पार्षदों की हो सकती है बाड़ेबंदी

एसपी ने कहा कि जब तक मैं अलवर में हूं इस अभियान से जोड़ों की गतिविधि जारी रहेगी और प्रतिदिन इस में नया अपडेट होगा. उन्होंने कहा कि पुलिस ने आगामी एक साल का कैलेंडर तैयार कर लिया है. हालांकि पुलिस मुख्यालय की तरफ से 12 नवंबर तक इस अभियान को चलाने के निर्देश मिले हैं, लेकिन अलवर में एक ऐसा सिस्टम विकसित किया जा रहा है, जिसके तहत आगामी सालों तक यह अभियान जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि इसके परिणाम तुरंत देखने को नहीं मिलेंगे, लेकिन अगर हम आज नहीं समझे तो आने वाली पीढ़ी खासी प्रभावित हो सकती है. वैसे तो शहर में गांव सभी जगह पर बच्चियां में महिलाएं सुरक्षित नहीं है, लेकिन शहरी क्षेत्र में लोग जागरूक हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में अभी हालात खराब है. इसलिए ग्रामीण क्षेत्र पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. पंचायत स्तर पर इस अभियान के तहत लोगों को जागरूक किया जाएगा. वहीं इसका प्रभाव भी लोगों को देखने को मिलेगा.

अलवर. जिले में बढ़ती महिला संबंधित अपराधों को देखते हुए पुलिस विभाग की तरफ से पूरे प्रदेश में आवाज अभियान शुरू किया गया है, लेकिन इसकी शुरुआत अलवर से की गई है. वैसे पुलिस मुख्यालय की तरफ से 12 नवंबर तक इस अभियान को चलाने के निर्देश मिले हैं, लेकिन अलवर पुलिस ने आगामी एक साल का कैलेंडर तैयार कर लिया है. अलवर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अलवर में एक सिस्टम विकसित किया जा रहा है, जिसके तहत आगे भी जागरूकता को लेकर काम होता रहेगा. अलवर जिला युवती, महिला और बच्चियों के साथ होने वाली घटनाओं के लिए पूरे देश में बदनाम है. अलवर में आए दिन नए मामले सामने आते हैं. गैंगरेप की घटनाओं ने अलवर को पूरे देश में शर्मसार किया है. ऐसे में बढ़ते अपराध को देखते हुए पुलिस विभाग की तरफ से पूरे प्रदेश में एक अभियान शुरू किया गया है.

अलवर से आवाज अभियान की शुरूआत

इस अभियान के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को विभिन्न कार्यक्रम के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है. अलवर में पुलिस की तरफ से जागरूकता रैली ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस संवाद कार्यक्रम पेंटिंग चित्रकला प्रतियोगिता सहित कई तरह के जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. हाल ही में पुलिस ने नुक्कड़ नाटक भी शुरू किया है. जिले में ऐसी पंचायतों का चयन किया जा रहा है, जहां ज्यादा घटनाएं होती हैं. अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि वैसे तो अभियान बहुत चलते हैं, लेकिन यह अभियान एक ऐसा अभियान है, जो लंबे समय तक चलेगा. उन्होंने कहा कि लोगों की सोच में जब तक बदलाव नहीं आएगा, तब तक घटनाओं का सिलसिला जारी रहेगा.

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एसपी ने कहा कि जब तक मैं अलवर में हूं इस अभियान से जोड़ों की गतिविधि जारी रहेगी और प्रतिदिन इस में नया अपडेट होगा. उन्होंने कहा कि पुलिस ने आगामी एक साल का कैलेंडर तैयार कर लिया है. हालांकि पुलिस मुख्यालय की तरफ से 12 नवंबर तक इस अभियान को चलाने के निर्देश मिले हैं, लेकिन अलवर में एक ऐसा सिस्टम विकसित किया जा रहा है, जिसके तहत आगामी सालों तक यह अभियान जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि इसके परिणाम तुरंत देखने को नहीं मिलेंगे, लेकिन अगर हम आज नहीं समझे तो आने वाली पीढ़ी खासी प्रभावित हो सकती है. वैसे तो शहर में गांव सभी जगह पर बच्चियां में महिलाएं सुरक्षित नहीं है, लेकिन शहरी क्षेत्र में लोग जागरूक हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में अभी हालात खराब है. इसलिए ग्रामीण क्षेत्र पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. पंचायत स्तर पर इस अभियान के तहत लोगों को जागरूक किया जाएगा. वहीं इसका प्रभाव भी लोगों को देखने को मिलेगा.

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