अलवर. कोरोना केसों में कमी को देखते हुए पर्यटन स्थल आम लोगों के लिए खोल दिए गए हैं. लंबे समय बाद मिली इस छूट के बाद लोग खुली हवा में सांस लेते हुए नजर आए. हालांकि अब भी लोगों को मास्क का उपयोग करना अनिवार्य है. अलवर में बड़ी संख्या में पर्यटन स्थलों पर लोगों की भीड़ नजर आई. पर्यटन से हजारों लोगों की रोजी-रोटी जुड़ी हुई है. ऐसे में फिर से पर्यटन स्थलों के खुलने से लोगों के आर्थिक हालात पटरी पर लौटने की उम्मीद है.
अलवर का सिलीसेढ़ लेक पैलेस होटल 2 महीने बाद बुधवार को अनलॉक हुआ. सिलीसेढ़ झील अरावली पर्वतमाला से घिरी हुई है. इसमें साल भर पानी रहता है. इसलिए यह झील खास पहचान रखती है. देश-विदेश से लोग घूमने के लिए सिलीसेढ़ आते हैं. इसकी खूबसूरती सभी को अपनी ओर खींचती है.
सिलीसेढ़ झील के असिस्टेंट मैनेजर उत्तम सिंह शर्मा ने बताया कि साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन के बाद पर्यटकों को अंदर आने दिया गया. बुधवार को बड़ी संख्या में पर्यटक सिलीसेढ़ घूमने के लिए आए. जैसे ही बारिश चालू होगी धीरे-धीरे पर्यटकों की तादाद बढ़ती जाएगी.
अलवर में पुलिसकर्मियों का सम्मान
अलवर में एंटी करपेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया की की ओर से बुधवार को कोरोना काल में ड्यूटी करने वाले पुलिसवालों को माला पहनाकर, मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया. शहर कोतवाल राजेश शर्मा ने बताया कि एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने कोरोना काल के दौरान काम किए. पुलिसकर्मियों को सम्मानित कर उनकी हौसला अफजाई की गई है.
अलवर में सोलर चलित ट्यूबवेल
अलवर शहर में गर्मी में पानी की खासी परेशानी होती है. पानी की समस्या को देखते हुए शहर के वार्ड नंबर 53, 54 में सोलर चलित ट्यूबवेल लगाया गया है. इसका शुभारंभ बुधवार को शहर विधायक संजय शर्मा ने किया.