अलवर. नगर परिषद में निकाय चुनाव संपन्न हो चुका है. वहीं निकाय चुनाव के बाद अब सभापति के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. 21 नवंबर को सभापति के लिए आवेदन पत्र दाखिल होंगे व 26 नवंबर को सभापति का चुनाव होगा. जबकि 27 नवंबर को उपसभापति का चुनाव होगा.
भाजपा और कांग्रेस की तरफ से पार्षदों से संपर्क करने का काम शुरू कर दिया गया है. अलवर और भिवाड़ी में दोनों ही दलों को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. ऐसे में बोर्ड की चाबी निर्दलीयों के हाथ में है. बिना निर्दलीयों के समर्थन के दोनों में से कोई भी पार्टी अपना बोर्ड नहीं बना सकेगी. अलवर में सबसे बड़े दल के रूप में भाजपा सामने आई है. जबकि भिवाड़ी में भाजपा व कांग्रेस की सीटें बराबर रही हैं. दोनों ही पार्टियों ने बाड़ेबंदी शुरू कर दी है.
सभापति के चेहरों की बात करें तो भाजपा में घनश्याम गुर्जर, सीताराम चौधरी, धीरज जैन, अशोक पाठक सहित कई दिग्गज लाइन में लगे हुए हैं. इस तरह से कांग्रेस में नरेंद्र मीणा, अजय मेठी, सहित कई दिग्गज सभापति के लिए ताल ठोकते हुए नजर आ रहे हैं. ऐसे में अब शीर्ष नेताओं को यह निर्णय लेना होगा कि सभापति किसे बनाया जाए. वैसे अलवर नगर परिषद में हमेशा सामान्य श्रेणी का व्यक्ति सभापति बनता है. वहीं भिवाड़ी में भाजपा व कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने पूरी ताकत लगा दी है.