अलवर. भाजपा से 6 साल के लिए निष्कासित होने के बाद पूर्व भाजपा नेता रोहिताश शर्मा पार्टी के खिलाफ उग्र हो गए हैं. उन्होंने अब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डिक्टेटर कहा है. उन्होंने कहा कि नए कृषि कानूनों में कई तरह की कमियां हैं. सरकार को सड़कों पर बैठे किसानों से बात करनी चाहिए. सरकार को हठधर्मिता छोड़कर किसानों को बात करने के लिए बुलाना चाहिए. जिस देश का किसान खुशहाल रहता है, वहीं तरक्की करता है.
धरना देने वाले देश के ही किसान हैं, कोई बाहर के व्यक्ति नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी देश का चेहरा है, उसी तरह से प्रदेश की जनता के लिए भी एक चेहरा होता है. भाजपा ने जिन राज्यों में बिना चेहरे के लोगों को रोकने का प्रयास किया है, वहां बीजेपी की सरकार चली गई है.
पढ़ें: रोहिताश का अगला प्लान : निष्कासन के खिलाफ नहीं करेंगे पार्टी में अपील...अब निकालेंगे रथ यात्रा
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थन में बयानबाजी करने वाले और अलवर में वसुंधरा रसोई की शुरुआत करने वाले भाजपा के पूर्व नेता डॉ. रोहिताश शर्मा को पार्टी की तरफ से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है. पार्टी से निष्कासन के बाद रोहिताश शर्मा ज्यादा उग्र हो गए हैं. प्रदेश अध्यक्ष व पार्टी के नेताओं के बाद अब उन्होंने देश के प्रधानमंत्री को डिक्टेटर कहा है. नए कृषि कानूनों पर उन्होंने कहा कि लंबे समय से किसान सड़कों पर धरना दे रहे हैं. देश के अन्नदाता से सरकार को बात करनी चाहिए. उन्होंने नए कृषि कानूनों पर सवाल उठाते हुए कहा कि इनमें कई तरह की कमियां हैं.
एमएसपी में भी सरकार को कई बदलाव करने की आवश्यकता है. यह नीति बड़े कॉरपोरेट हाउसों के पक्ष में है. इसीलिए बड़े-बड़े हाउसों की तरफ से हरियाणा, पंजाब में गोदाम बनाए गए हैं. सरकार को कोई भी नीति बनाने से पहले उससे जुड़े लोगों से बात करनी चाहिए.
पढ़ें: रोहिताश का निष्कासन तो ट्रेलर, सूची में और भी हैं बयानवीर...क्या संगठन करेगा कार्रवाई ?
जो नेता किसी की नहीं सुनता है, वो डिक्टेटर कहलाता है. यह डिक्टेटरशिप पार्टी के पतन का कारण बनता है. उन्होंने कहा कि वह किसी से नहीं डरते हैं और जो गलत है उसके खिलाफ बोलेंगे. क्योंकि इससे पार्टी को खासा नुकसान पहुंचेगा. सरकार को आगे आकर झुककर किसानों से बात करनी चाहिए और सड़कों पर बैठे किसानों का धरना समाप्त करवाना चाहिए. क्योंकि जिस देश का किसान खुशहाल होता है वह देश तरक्की करता है.
रोहिताश शर्मा ने कहा कि यही हालात रहे तो यूपी की सत्ता सरकार के हाथ से चली जाएगी. देश के जिन राज्यों में सरकारों ने नेताओं को हटाकर दूसरे लोगों के हाथों में सत्ता दी है. उन राज्यों से सरकार को सत्ता हाथ से गंवानी पड़ी है. उन्होंने महाराष्ट्र सहित कई राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह से देश में राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री का चेहरा है. उसी तरह से प्रदेश स्तर पर भी एक नेता का चेहरा होता है. जनता उसी को पसंद करती है और वो ही सरकार चलाता है.