अलवर. जिले की शिवाजी पार्क थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए गांजे की तस्करी करते हुए एक महिला को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने महिला के कब्जे से 2 किलो 700 ग्राम गांजा बरामद किया है. जिले में ये पहला मामला नहीं है, जब कोई महिला गांजे के साथ गिरफ्तार हुई है. पहले भी कई बार अलवर में नशीले पदार्थों की तस्करी करती हुई महिलाएं पकड़ी गई हैं.
थाना अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि खारवास कच्ची बस्ती में एक महिला अपने घर में गांजा बेच रही है. पुख्ता सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. जहां पुलिस ने महिला प्रेम देवी पत्नी विजय सिंह निवासी खारवास के घर की तलाशी ली. तलाशी के दौरान घर में बनी रसोई से गांजा बरामद हुआ. प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि यह गांजा उसने कमल सिंह नामक व्यक्ति से खरीदा है. कमल सिंह शिवाजी पार्क थाने का हिस्ट्रीशीटर है. जिसकी पुलिस तलाश कर रही है. वहीं महिला का कोई पुराना अपराधिक रिकॉर्ड नहीं है.
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पुलिस ने कहा कि महिला कई सालों से इस कारोबार में जुड़ी हुई थी. हालांकि महिला का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है, लेकिन पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. पुलिस ने कहा कि कुछ और लोगों के नाम भी सामने आ सकते हैं, जो महिला के माध्यम से जुड़े हुए हों. पुलिस ने कहा कि इस तरह का खेल कच्ची बस्तियों से संचालित होता है. कच्ची बस्तियों में रहने वाले लोग सामान्य लोगों के संपर्क में आकर इस खेल को अंजाम देते हैं. इस खेल का शिकार अलवर में नौजवान हो रहे हैं.
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अलवर जिला अब तस्करी का गढ़ बन चुका है. पंजाब से हरियाणा के रास्ते बड़ी मात्रा में अफीम, गांजा व स्मैक अलवर में सप्लाई होती है. वहीं कई बार इस खेल का खुलासा हो चुका है, लेकिन पुलिस की ओर से लगातार लापरवाही बरतने के कारण अलवर में हर माह लाखों रुपये की स्मैक, अफीम और गांजा की खपत होती है. स्कूलों के बच्चे भी इसका सेवन करते हैं. कई बार जांच पड़ताल में इसका खुलासा हो चुका है. नशीले पदार्थों के अलावा हथियार, गाय सहित कई तरह की तस्करी के मामले अलवर में सामने आते रहे हैं.