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चीन में रहने वाले भारतीयों को भारत सरकार करेगी एयरलिफ्ट, अलवर सहित भारत में बनाए गए 3 सेंटर

चीन में रहने वाले भारतीयों को भारत सरकार ने एअरलिफ्ट करके भारत लाने की योजना बनाई है. कोरोना वायरस की जांच को लेकर अलवर सहित भारत में 3 सेंटर बनाए गए हैं. अलवर के ईएसआईसी अस्पताल में 300 लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है. वहीं, 1 या 2 फरवरी से लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा. पढ़िए विस्तृत खबर...

अलवर न्यूज, Corona virus news
चीन में रहने वाले भारतीयों को भारत सरकार करेगी एयरलिफ्ट
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Published : Jan 31, 2020, 6:19 PM IST

अलवर. चीन में तेजी से फैल रही कोरोना वायरस के कारण भारत सरकार ने वहां रहने वाले सभी भारतीयों को एअरलिफ्ट करके भारत लाने की योजना बनाई है. अभी शुरुआत में करीब 2 हजार लोगों को भारत लाया जाएगा. चीन से आने वाले सभी लोगों को एयरपोर्ट से सीधे अलवर सहित देश में बनाए गए 3 सेंटरों पर लाया जाएगा. इन सेंटरों पर उनको 14 दिनों तक रखा जाएगा.

चीन में रहने वाले भारतीयों को भारत सरकार करेगी एयरलिफ्ट

कोरोना वायरस के कारण वहां से आने वाले लोगों को अलवर के एमआईए स्थित ईएसआईसी अस्पताल में लाया जाएगा. कोरोना वायरस के इलाज के लिए अलवर सहित भारत में 3 सेंटर बनाए गए हैं. अलवर के ईएसआईसी अस्पताल में 300 लोगों के रहने की व्यवस्था होगी. साथ ही आवश्यकता पड़ने पर बेड बढ़ा दिए जाएंगे. बता दें कि 1 या 2 फरवरी से लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा.

पढ़ें- एसएमएस हॉस्पिटल में नहीं पुणे स्थित वायरोलॉजी लैब में ही होंगे कोरोना वायरस के सैंपल टेस्ट

बता दें कि सेंटर पर चीन से लाए गए भारतीयों को 14 दिनों तक रखा जाएगा. इस दौरान उनमें कोरोना वायरस के लक्षण मिलते हैं, तो उनका कोरोना वायरस के हिसाब से इलाज शुरू होगा. अगर उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तो उनको उनके घर भेज दिया जाएगा. वहीं, ईएसआईसी अस्पताल के हालात देखने के लिए शुक्रवार को दिल्ली से एक टीम शुक्रवार को अलवर पहुंची. उन्होंने अस्पताल का जायजा लिया और जरूरी निर्देश दिए.

जानकारी के अनुसार दिल्ली से आई टीम के निरीक्षण के दौरान ईएसआईसी के महानिदेशक राजकुमार, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के सचिव हीरालाल सांवरिया, ईएसआईसी के मेडिकल कमिश्नर आरके कटारिया सहित ईएसआईसी के कई आला अधिकारी मौजूद रहे. वहीं, अलवर के ईएसआईसी अस्पताल को चलाने की जिम्मेदारी अब रीजनल डायरेक्टर निदेशक को दी गई है.

पढ़ें- जयपुर SMS अस्पताल में कल से कोरोना वायरस की होगी जांच

अलवर के अलावा आर्म्ड फोर्स मेडिकल सर्विसेज और आईटीबीपी चीन से आने वाले लोगों को रखने की व्यवस्था की गई है. ईएसआईसी के कमिश्नर ने कहा कि अलवर की ईएसआईसी अस्पताल में 250 से 300 लोगों को रखने की व्यवस्था की गई है और आवश्यकता होने पर बेड की संख्या बढ़ा दी जाएगी.

ईएसआईसी के कमिश्नर ने बताया कि अलवर के अलावा देश में 2 अन्य जगहों पर भी चीन से आने वाले लोगों को रखने की व्यवस्था है. यहां उनको ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा, तो वहीं उसके लिए यह अस्पताल में डॉक्टर स्टाफ सहित अन्य जरूरी संसाधन उपलब्ध रहेंगे. उन्होंने बताया कि अगर उनमें कोरोना वायरस के लक्षण मिलते हैं तो उनको कोरोना का इलाज दिया जाएगा नहीं तो उनको छोड़ दिया जाएगा.

अलवर. चीन में तेजी से फैल रही कोरोना वायरस के कारण भारत सरकार ने वहां रहने वाले सभी भारतीयों को एअरलिफ्ट करके भारत लाने की योजना बनाई है. अभी शुरुआत में करीब 2 हजार लोगों को भारत लाया जाएगा. चीन से आने वाले सभी लोगों को एयरपोर्ट से सीधे अलवर सहित देश में बनाए गए 3 सेंटरों पर लाया जाएगा. इन सेंटरों पर उनको 14 दिनों तक रखा जाएगा.

चीन में रहने वाले भारतीयों को भारत सरकार करेगी एयरलिफ्ट

कोरोना वायरस के कारण वहां से आने वाले लोगों को अलवर के एमआईए स्थित ईएसआईसी अस्पताल में लाया जाएगा. कोरोना वायरस के इलाज के लिए अलवर सहित भारत में 3 सेंटर बनाए गए हैं. अलवर के ईएसआईसी अस्पताल में 300 लोगों के रहने की व्यवस्था होगी. साथ ही आवश्यकता पड़ने पर बेड बढ़ा दिए जाएंगे. बता दें कि 1 या 2 फरवरी से लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा.

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बता दें कि सेंटर पर चीन से लाए गए भारतीयों को 14 दिनों तक रखा जाएगा. इस दौरान उनमें कोरोना वायरस के लक्षण मिलते हैं, तो उनका कोरोना वायरस के हिसाब से इलाज शुरू होगा. अगर उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तो उनको उनके घर भेज दिया जाएगा. वहीं, ईएसआईसी अस्पताल के हालात देखने के लिए शुक्रवार को दिल्ली से एक टीम शुक्रवार को अलवर पहुंची. उन्होंने अस्पताल का जायजा लिया और जरूरी निर्देश दिए.

जानकारी के अनुसार दिल्ली से आई टीम के निरीक्षण के दौरान ईएसआईसी के महानिदेशक राजकुमार, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के सचिव हीरालाल सांवरिया, ईएसआईसी के मेडिकल कमिश्नर आरके कटारिया सहित ईएसआईसी के कई आला अधिकारी मौजूद रहे. वहीं, अलवर के ईएसआईसी अस्पताल को चलाने की जिम्मेदारी अब रीजनल डायरेक्टर निदेशक को दी गई है.

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अलवर के अलावा आर्म्ड फोर्स मेडिकल सर्विसेज और आईटीबीपी चीन से आने वाले लोगों को रखने की व्यवस्था की गई है. ईएसआईसी के कमिश्नर ने कहा कि अलवर की ईएसआईसी अस्पताल में 250 से 300 लोगों को रखने की व्यवस्था की गई है और आवश्यकता होने पर बेड की संख्या बढ़ा दी जाएगी.

ईएसआईसी के कमिश्नर ने बताया कि अलवर के अलावा देश में 2 अन्य जगहों पर भी चीन से आने वाले लोगों को रखने की व्यवस्था है. यहां उनको ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा, तो वहीं उसके लिए यह अस्पताल में डॉक्टर स्टाफ सहित अन्य जरूरी संसाधन उपलब्ध रहेंगे. उन्होंने बताया कि अगर उनमें कोरोना वायरस के लक्षण मिलते हैं तो उनको कोरोना का इलाज दिया जाएगा नहीं तो उनको छोड़ दिया जाएगा.

Intro:अलवर
चीन में रहने वाले भारतीयों को भारत सरकार ने एअरलिफ्ट करके भारत लाने की योजना बनाई है। कोरोना वायरस के चलते वहां से आने वाले सभी लोगों को अलवर के एमआईए स्थित ईएसआईसी अस्पताल में लाया जाएगा। अलवर सहित भारत में 3 सेंटर बनाए गए हैं। अलवर के ईएसआईसी अस्पताल में 300 लोगों के रहने की व्यवस्था होगी। आवश्यकता पड़ने पर बेड बढ़ा दिए जाएंगे। एक व 2 तारीख से लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।


Body:चीन में तेजी से फैल रही कोरोना वायरस के चलते भारत सरकार ने वहां रहने वाले सभी भारतीयों को एअरलिफ्ट करके भारत लाने की योजना बनाई है। अभी शुरुआत में करीब 2000 लोगों को भारत लाया जाएगा। चीन से आने वाले सभी लोगों को एयरपोर्ट से सीधे अलवर सहित देश में बनाए गए तीन सेंटरों पर लाया जाएगा। इन सेंटरों पर 14 दिनों तक रखा जाएगा। इस दौरान उनमें कोरोना वायरस के लक्षण मिलते हैं। तो उनका कोरोना वायरस के हिसाब से इलाज शुरू होगा। अगर उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है। तो उनको उनके घर भेज दिया जाएगा। ईएसआईसी अस्पताल के हालात देखने के लिए शुक्रवार को दिल्ली से एक टीम शुक्रवार को अलवर पहुंची। उन्होंने अस्पताल का जायजा लिया व जरूरी निर्देश दिए। इसमें ईएसआईसी के महा निदेशक राजकुमार, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के सचिव हीरालाल सांवरिया, ईएसआईसी के मेडिकल कमिश्नर आरके कटारिया सहित ईएसआईसी के कई आला अधिकारी मौजूद रहे।
अलवर के ईएसआईसी अस्पताल को चलाने की जिम्मेदारी अब रीजनल डायरेक्टर निदेशक को दी है।


Conclusion:अलवर के अलावा आर्म्ड फोर्स मेडिकल सर्विसेज व आईटीबीपी चीन से आने वाले लोगों को रखने की व्यवस्था की गई है। ईएसआईसी के कमिश्नर ने कहा अलवर की ईएसआईसी अस्पताल में 250 से 300 लोगों को रखने की व्यवस्था की गई है। आवश्यकता पड़ने पर बेड की संख्या बढ़ा दी जाएगी। अलवर के अलावा देश में दो अन्य जगहों पर भी चीन से आने वाले लोगों को रखने की व्यवस्था है। यहां उनको ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा। तो वही उसके लिए यह अस्पताल में डॉक्टर स्टाफ सहित अन्य जरूरी संसाधन उपलब्ध रहेंगे। अगर उनमें कोरोना वायरस के लक्षण मिलते हैं। तो उनको कोरोना का इलाज दिया जाएगा नहीं तो उनको छोड़ दिया जाएगा।

बाइट- आरके कटारिया, मेडिकल कमिश्नर
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