अलवर. जिले में गुरुवार को इन्वेस्टर्स समिट (Alwar Investors Summit) का आयोजन किया गया. इस मौके पर देशभर के कारोबारियों ने अलवर में निवेश के लिए अपनी सहमति दी. इस मौके पर करीब 200 एमओयू (200 MOU in Alwar Investors Summit) भी हुए. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में मौजूद पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि कारोबारियों को अलवर में बेहतर विकल्प मिलता है. अलवर क्योंकि दिल्ली और जयपुर के नजदीक है इसलिए यहां लेबर और कच्चा माल भी आसानी से मिल जाता है. इसलिए यहां अधिक निवेश करते हैं.
जितेंद्र सिंह ने बताया कि पांच जगहों पर नए उद्योग लगाने के लिए 128 प्रस्ताव मिले हैं. बीड़ा भिवाड़ी, पर्यटन विभाग तथा यूआईटी अलवर से 21 प्रस्ताव मिले हैं. अलवर जिले से 190 इंडस्ट्रियल इकाइयों में करीब 5 हजार 516 करोड़ रुपए का निवेश और 17 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा. इसके अलावा दिल्ली रोड शो में 116 इकाइयों ने किए 3 हजार 430 करोड़ के निवेश और करीब 17 हजार लोगों को रोजगार दिए जाने के प्रस्ताव मिले हैं. कुल मिलाकर अलवर में 306 इकाइयों में करीब 9 हजार करोड़ का निवेश और 34 हजार लोगों को रोजगार के प्रस्ताव अब तक मिल चुके हैं.
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उन्होंने कहा कि अलवर से दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे और डेडिकेटेड फ्रंट कॉरिडोर गुजर रहा है. यह जिला देश और राज्य की राजधानी के बीच में है. यहां रोड, रेलवे, वायु परिवहन संचार तथा सेटेलाइट कनेक्टिविटी बेहतर है. पहले से यहां 20 हजार से अधिक एमएसएमई इकाइयां हैं. फूड प्रोसेसिंग, मेटल, केमिकल, इलेक्ट्रिक, टेक्स्टाइल, हॉस्पिटेलिटी और रियल स्टेट के तहत निवेश सबसे अधिक होगा.
17 हजार से अधिक रोजगार मिले
इस मौके पर उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने कहा अलवर में नए उद्योग लगाने के लिए 128 प्रस्ताव मिले हैं. यूआईटी अलवर से 21 प्रस्ताव मिले हैं. जिले से 190 इंडस्ट्रियल इकाइयों में करीब 5 हजार 516 करोड़ रुपए का निवेश और 17 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा. इसके अलावा दिल्ली रोड शो में 116 इकाइयों से करीब 3 हजार 430 करोड़ के निवेश तथा करीब 17 हजार लोगों को रोजगार दिए जाने के प्रस्ताव मिले हैं. कुल मिलाकर अलवर जिले में 306 इकायों में करीब 9 हजार करोड़ का निवेश और 34 हजार लोगों को रोजगार के प्रस्ताव मिल चुके हैं. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में करीब 10 हजार करोड़ का निवेश होगा. इसके लिए कारोबारियों ने एमओयू किए हैं.