अलवर. शहर में कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए शहर में 2 दिन का बंद शनिवार से शुरू हो गया है. बंद को लेकर पुलिस ने भी समझाइश छोड़कर सख्ती शुरू कर दी है. शहर में 2 दिन बंद के दौरान लॉकडाउन जैसे हालात दिखाई दे रहे हैं.
हालांकि बाजारों को बंद रखने का निर्णय प्रशासन और व्यापारियों ने मिलकर लिया था, लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते बाजार बिल्कुल सुने दिखाई दे रहे हैं और बाजारों में कोई आवाजाही नहीं हो रही है.
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पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने शुक्रवार शाम हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह कहा था. इन 2 दिनों में बाजार बंद के दौरान लगभग लॉकडाउन और कर्फ्यू जैसी स्थिति रहेगी. लोगों को अनावश्यक घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा.
एसपी की चेतावनी का असर बाजार में भी दिखाई दिया और बाजार में इक्का-दुक्का आदमी ही नजर नहीं आए. पुलिस ने शुक्रवार शाम को ही शहर में लंबा फ्लैग मार्च निकाला और लोगों को समझाने की कोशिश की. जिससे लोगों को कोई परेशानी ना हो और पुलिस को कार्रवाई ना करनी पड़े.
इस फ्लैग मार्च के बाद शनिवार को बाजार बिल्कुल नहीं खुले और सारे बाजार लगभग सूने दिखाई दिए. सड़कों पर भी जो दो चार लोग ही दिखे. यह लोग या तो किसी इमरजेंसी काम से जा रहे थे, या वह पुलिस के लोग थे, जो गस्त करते नजर आए. बंद के दौरान गली मोहल्लों में भी दुकान और पान, बीड़ी के खोके नहीं खुले.
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अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम रामचरण शर्मा ने बताया कि वर्तमान समय में जो कोरोना पॉजिटिवों की संख्या बढ़ रही है और लगातार 100 से 200 कोरोना मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं. उसी को देखते हुए 2 दिन शनिवार और रविवार के लिए अलवर शहर के सभी बाजार बंद किए गए हैं. जिससे कोरोना मरीजो की संख्या में कमी आए और आमजन को कोरोना जैसी घातक बीमारी से बचाया जा सके.