अजमेर. स्थित विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में सालाना उर्स 14 फरवरी से शुरू होने जा रहा है. इस वर्ष उर्स में अमरनाथ यात्रा की तर्ज पर जायरीन शिरकत करेंगे. जायरीन इस बार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा कर ही उर्स में शामिल हो पाएंगे.
ख्वाजा साहब की दरगाह कमेटी की नाजिम अशफाक हुसैन ने बताया कि सालाना उर्स 14 फरवरी से शुरू हो रहा है. इस बार कोरोना के चलते गाइडलाइन के अनुसार ही उर्स की रस्में करवाई जाएगी. जिला कलेक्टर उर्स में शामिल होने वाले जायरीन के लिए एक ऐप बनवा रहे हैं. जिस पर जायरीन कोरोना टेस्ट के बाद रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. इसमें 60 वर्ष से अधिक और 10 वर्ष से कम के बच्चे शामिल नहीं हो पाएंगे.
साथ ही जिन्हें गंभीर बीमारी है, उनके भी उर्स में शामिल होने पर पाबंदी रहेगी. हुसैन ने बताया कि दरगाह कमेटी की ओर से सभी जायरीन के लिए गाइडलाइन के अनुसार व्यवस्थाएं की जा रही है. कायड़ विश्राम स्थली पर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाते हुए जायरीन को रुकवाया जाएगा, लेकिन 24 घंटे से अधिक कोई भी जायरीन वहां नहीं रुक पाएगा.
पढ़ें- गोगुन्दा से BJP विधायक के खिलाफ शादी का झांसा देकर ज्यादती का मुकदमा दर्ज, जांच में जुटी CID-CB
दरगाह परिसर में भी जायरीन के सैनिटाइजिंग और सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जाएगा. उर्स की व्यवस्थाओं को लेकर कायड़ विश्राम स्थली में शुक्रवार को बैठक आयोजित की गई. बैठक में दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों ने विशेष दिशा निर्देश दिए.