अजमेर. शहर में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्त्ताओं ने शिक्षा अधिकार के तहत तीन वर्षों से एक निजी स्कूल द्वारा विद्यार्थियों को दाखिला नहीं देने का मुद्दा उठाया है. कार्यकर्त्ताओं ने एक छात्रा के साथ संभागीय आयुक्त को निजी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया.
यूथ कांग्रेस के स्टेट कॉर्डिनेटर सुनील लारा ने बताया कि पुराने आरटीओ के समीप एक निजी स्कूल प्रबंधन की मनमानी के चलते 3 वर्षों से आरटीई के तहत पोर्टल पर विद्यार्थी आवेदन तो करते हैं, लेकिन स्कूल की ओर से दाखिला नहीं किया जाता. इस बार भी विद्यार्थियों ने प्राइवेट स्कूलों में आरटीई के तहत 25 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने का लाभ उठाने के लिए आवेदन किया था. 2 माह तक प्रबंधन स्कूल अभिभावकों को पोर्टल पर एडमिशन देखने की बात कह कर पल्ला झाड़ता रहा.
जिला शिक्षा अधिकारी को भी स्कूल प्रबंधन की मनमानी के खिलाफ पूर्व में शिकायत दी गई थी. बावजूद इसके प्रबंधन के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी ने कोई कार्रवाई नहीं की. यूथ कांग्रेस के पदाधिकारी लोकेश शर्मा ने बताया कि यूपीए सरकार के वक्त गरीब मध्य वर्ग के बच्चों को अच्छे प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करने के उद्देश्य से शिक्षा का अधिकार कानून बनाया गया था, लेकिन कई स्कूल कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं.
उनकी मनमानी इस कदर बढ़ गई है कि वह स्कूल अपने-आप को सरकार से बड़ा समझने लगे हैं. इनमें एक निजी स्कूल का प्रबंधन भी शामिल है. अपने ऊंचे रसूखात के चलते शिक्षा विभाग भी स्कूल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. ऐसे में यूथ कांग्रेस ने यह मुद्दा उठाया है और स्कूल के खिलाफ यदि कोई कार्रवाई नहीं होती है, तो यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता स्कूल प्रबंधन का घेराव करेंगे.