अजमेर. कोरोना संक्रमण ने WORK FROM HOME का ट्रेंड बढ़ा दिया है. आईटी सेक्टर समेत तमाम क्षेत्र की कंपनियों में कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं. स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. घर पर रहकर काम करने से खानपान अधिक होने और शारीरिक गतिविधियां कम होने से लोगों का वजन बढ़ने के साथ मोटापा भी बढ़ रहा है.
वर्क फ्रॉम होम हमारे स्वास्थ्य पर भी सीधा प्रभाव डाल रहा है. शुरुआत में तो यह आराम दे रहा था, लेकिन अब इससे रोजाना का खानपान और रूटीन बिगड़ रहा है. वर्क फ्रॉम होम में काम का समय भी बढ़ जा रहा है. काम करने का कोई फिक्स टाइम नहीं रह गया है. घर पर ही सोफे या बेड पर काम करते हुए खाना-पीना भी साथ ही चलता रहता है. ऐसे में शरीर में चर्बी बढ़ रही है. मोटापे के कारण लोगों का वजन भी बढ़ रहा है.
अधिकतर लोग इस वक्त वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं, लेकिन पूरे दिन घर में ही रहकर काम करने से शारीरिक गतिविधियां कम हो गईं हैं. पूरे समय बैठे रहने से हाजमे की दिक्कत जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं. इसके अलावा पेट में भारीपन होना एक बड़ी समस्या बन गई है.
यह भी पढ़ें: SPECIAL: साल 2021 में महात्मा गांधी की जयंती पर अजमेर वासियों को मिलेगी आधुनिक गांधी उद्यान की सौगात
वर्क फ्रॉम होम के कारण अधिकांश लोगों की दिनचर्या बुरी तरह से प्रभावित हो चुकी है. इसकी वजह से लोग अनिद्रा, पीठ में दर्द, कमर दर्द, बेचनी, तनाव संबंधित समस्याओं से भी ग्रस्त हो रहे हैं. वहीं शहर में तमाम आईटी कंपनियों ने तो अपने कर्मचारियों को होली के बाद से ही work-from-home का आदेश दे रखा है. निजी कंपनी में काम करने वाले अभिनव भाटी और भूषण बोहरा बताते हैं कि घर में काम करने का मन नहीं होता. लॉकडाउन से पहले तक एक नियमित दिनचर्या थी जो खत्म हो गई है. एक कंपनी में काम करने वाले सतीश व हार्दिक भी बताते हैं कि घर पर बैठे-बैठे काम करने से उनका वजन काफी बढ़ गया है.
Work From Home से बढ़ रही समस्या...
डॉक्टर संजीव महेश्वरी बताते हैं वर्क फ्रॉम होम लगातार 7 महीने से जारी है अब ऐसे में घर में बैठकर काम करने वालों के साथ ज्यादा स्वास्थ्य संबंधी समस्या खड़ी हो चुकी है जैसे मोटापा बिना समय भोजन करना, वॉक न करना ऐसी कुछ समस्या लगातार सामने आ रही है जिससे कुछ लोगों का वजन भी बड़ा है. अब ऐसे में उन्हें काफी ध्यान रखने की जरूरत है महेश्वरी बताते हैं की वर्क फ्रॉम होम में खाने पीने का कोई समय नहीं होता, क्योंकि व्यक्ति घर पर रहकर ही काम कर रहा है. इसलिए वह हर चीज के प्रति आकर्षित होता है ऑफिस में हर चीज के लिए नियमित समय होता है, लेकिन घर पर काम करने के बाद कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
यह भी पढ़ें: Special : दमकल वाहनों को निकल रहा दम...शहर की सुरक्षा राम भरोसे
जंक फूड से बनाए दूरी...
डॉ. माहेश्वरी बताते हैं कि अगर जंक फूड खाने के शौकीन है तो ऐसे शौक आपकी सेहत को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं. अगर आपका पेट सही नहीं होगा तो आप खुद को फिट महसूस नहीं कर पाएंगे. इसलिए इनसे दूरी बनाएं, क्योंकि जंक फूड में आमतौर पर कार्बोहाइड्रेट, रिफाइंड, शक्कर, नमक और वसा की मात्रा अधिक होती है. इसमें पानी की मात्रा बहुत कम होती है. ऐसे में कब्ज और पेट की समस्या भी हो सकती है. आपकी जल्दी-जल्दी खाने की आदत है तो यह आपके पाचन तंत्र को कमजोर करती है जिससे पेट फूलना, पेट में दर्द भरी पन जैसी समस्याएं होती है, इसलिए खाने को खूब चबाकर खाएं.
योग को करें दिनचर्या में शामिल...
दिमाग और शरीर को फिट रखने के लिए चिकित्सक योग व प्राणायाम की सलाह दे रहे हैं. डॉक्टर संजीव महेश्वरी बताते हैं कि शारीरिक सक्रियता और तमाम आवश्यक क्रियाएं काफी लंबे समय से बंद हैं. ऐसे में लोग मानसिक अवसाद और तमाम शारीरिक समस्याओं से भी ग्रस्त हो रहे हैं. योग व्यायाम प्राणायाम के जरिए ही तन, मन दोनों को स्वस्थ रखा जा सकता है. कपालभाति, अनुलोम-विलोम और सूर्य नमस्कार तो लोगों को अनिवार्य रूप से अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेना चाहिए.
वर्कआउट की सलाह दे रहे डॉक्टर....
वर्क फ्रॉम होम एक सीमित समय के लिए तो ठीक रहता है, लेकिन एक निश्चित समय के बाद तमाम तरह की शारीरिक समस्याएं सामने आने लगती हैं. कोरोना संक्रमण जैसी महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन के बाद लोगों को वर्क फ्रॉम होम के दौरान चिंता करना, घबराहट, रात को नींद न आना, सामान्य बात है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए जितना संभव हो सकारात्मक सोच बनाए रखें. दिन की शुरुआत 30 मिनट के वर्क आउट सेशन से करें. रोजाना खूब पानी पीएं, स्वस्थ आहार लें और ज्यादा से ज्यादा संगीत सुनें. वर्कआउट के दौरान खुद पर ज्यादा कठोर न बने. सोने के तीन-चार घंटे पहले खाना बंद कर दें.