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अजमेर में शुरू होगी वन्यजीवों की गणना, जिले में 6 स्थानों पर 78 जलस्त्रोतों के पास 78 वन विभाग की टीमें करेंगी काउंटिंग

अजमेर में शुक्रवार सुबह 8 बजे से अगले दिन सुबह 8 बजे तक वन्य जीव की गणना होगी. ऐसे में वन विभाग की 78 टीमें जिले के 6 क्षेत्रों में 78 जल स्त्रोत वाले स्थानों पर 24 घंटे रहकर पशुओं की जनगणना करेगी. खास बात यह है कि वन्यजीव गणना में पहली बार तीन प्रकार के रेंगने वाले जीवों की गणना करवाई जा रही हैं.

Wildlife will be counted, वन्यजीव की होगी गणना
अजमेर में होगी वन्यजीवों की गणना
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Published : Jun 4, 2020, 6:59 PM IST

अजमेर. शहर में वन विभाग ने वन्य जीव गणना की तैयारी पूरी कर ली है. शुक्रवार से वन विभाग की 78 टीमें जिले के 6 क्षेत्रों में 78 जल स्त्रोत वाले स्थानों पर 24 घण्टे रहकर पशुओं की जनगणना करेगी. वन विभाग मांसाहारी और शाकाहारी के अलावा पहली बार रेंगने वाले तीन वन्य जीवों की भी गणना कर रहा हैं.

अजमेर में होगी वन्यजीवों की गणना

सहायक वन अधिकारी लोकेश शर्मा ने बताया कि वन विभाग ने वन जीवों की गणना के लिए 78 टीमों को प्रशिक्षण पहले ही दे दिया है. साथ ही पशुओं की पहचान के लिए प्रत्येक टीम को पशुओं की फोटो युक्त चित्रावली भी दी गई है. इसके अलावा जिन स्थानों पर पैंथर की मूवमेन्ट है. वहां मचान भी बनाए गए हैं. उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह 8 बजे से अगले दिन सुबह 8 बजे तक वन्य जीव गणना का कार्य जारी रहेगा.

पढ़ेंः कोरोना संकट में आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे राजस्थान के पुलिसकर्मी, ADG ट्रेनिंग ने दिए तनाव कम करने के 11 टिप्स

खास बात यह है कि वन्यजीव गणना में पहली बार तीन प्रकार के रेंगने वाले जीवों की गणना भी करवाई जा रही है. इनमें घड़ियाल, मगर, सांडा स्पाइनी टेल है. अजमेर में मगर और घड़ियाल नहीं है. ऐसे में सांडा स्पाइनी टेल की गणना होगी. जिले में सरवाड़, ब्यावर, नसीराबाद, किशनगढ़, पुष्कर और अजमेर में 78 जल स्त्रोत के स्थान चिन्हित किए गए थे.

उन सभी स्थानों पर 78 टीमें वन्य जीवों की गणना करेगी. प्रत्येक टीम में 2 सदस्य होंगे. बताया जाता है कि रात्रि को चंद्रमा की रोशनी में जल स्त्रोतों पर वन्य जीव पानी पीने के लिए आते हैं. ऐसे वक्त में सजग रहकर वनकर्मी उनकी गणना करते हैं.

पढ़ेंः कहासुनी के बाद बढ़े विवाद में पति ने गला घोंटकर की पत्नी की हत्या...खुद फोन कर पुलिस को दी जानकारी

इन वन्य जीवों की होगी गणना

  • पक्षियों में गोडावण सारस राज गिद्ध, गिद्ध, जंगली मुर्गा, वाइट हेडेड वल्चर, वाइट बेस्ड वल्चर, रेड हेडेड वल्चर, इजिप्शियन वल्चर, मोर शामिल हैं.
  • मांसाहारी वन्य जीवों में बाघ, बघेरा, सियार, जरख, जंगली बिल्ली, मरू बिल्ली, मछुआरा बिल्ली, लोमड़ी, मरू लोमड़ी, भेड़िया, भालू, विज्जु छोटा और बड़ा, कवर , सियागो और पैंगोलिन शामिल हैं.
  • शाकाहारी वन्यजीवों में चीतल, सांभर, काला हिरण, रोजड़ा, चिंकारा, चोसिंघा, जंगली सुअर, सेइ, उड़न गिलहरी और लंगूर शामिल हैं.

अजमेर. शहर में वन विभाग ने वन्य जीव गणना की तैयारी पूरी कर ली है. शुक्रवार से वन विभाग की 78 टीमें जिले के 6 क्षेत्रों में 78 जल स्त्रोत वाले स्थानों पर 24 घण्टे रहकर पशुओं की जनगणना करेगी. वन विभाग मांसाहारी और शाकाहारी के अलावा पहली बार रेंगने वाले तीन वन्य जीवों की भी गणना कर रहा हैं.

अजमेर में होगी वन्यजीवों की गणना

सहायक वन अधिकारी लोकेश शर्मा ने बताया कि वन विभाग ने वन जीवों की गणना के लिए 78 टीमों को प्रशिक्षण पहले ही दे दिया है. साथ ही पशुओं की पहचान के लिए प्रत्येक टीम को पशुओं की फोटो युक्त चित्रावली भी दी गई है. इसके अलावा जिन स्थानों पर पैंथर की मूवमेन्ट है. वहां मचान भी बनाए गए हैं. उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह 8 बजे से अगले दिन सुबह 8 बजे तक वन्य जीव गणना का कार्य जारी रहेगा.

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खास बात यह है कि वन्यजीव गणना में पहली बार तीन प्रकार के रेंगने वाले जीवों की गणना भी करवाई जा रही है. इनमें घड़ियाल, मगर, सांडा स्पाइनी टेल है. अजमेर में मगर और घड़ियाल नहीं है. ऐसे में सांडा स्पाइनी टेल की गणना होगी. जिले में सरवाड़, ब्यावर, नसीराबाद, किशनगढ़, पुष्कर और अजमेर में 78 जल स्त्रोत के स्थान चिन्हित किए गए थे.

उन सभी स्थानों पर 78 टीमें वन्य जीवों की गणना करेगी. प्रत्येक टीम में 2 सदस्य होंगे. बताया जाता है कि रात्रि को चंद्रमा की रोशनी में जल स्त्रोतों पर वन्य जीव पानी पीने के लिए आते हैं. ऐसे वक्त में सजग रहकर वनकर्मी उनकी गणना करते हैं.

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इन वन्य जीवों की होगी गणना

  • पक्षियों में गोडावण सारस राज गिद्ध, गिद्ध, जंगली मुर्गा, वाइट हेडेड वल्चर, वाइट बेस्ड वल्चर, रेड हेडेड वल्चर, इजिप्शियन वल्चर, मोर शामिल हैं.
  • मांसाहारी वन्य जीवों में बाघ, बघेरा, सियार, जरख, जंगली बिल्ली, मरू बिल्ली, मछुआरा बिल्ली, लोमड़ी, मरू लोमड़ी, भेड़िया, भालू, विज्जु छोटा और बड़ा, कवर , सियागो और पैंगोलिन शामिल हैं.
  • शाकाहारी वन्यजीवों में चीतल, सांभर, काला हिरण, रोजड़ा, चिंकारा, चोसिंघा, जंगली सुअर, सेइ, उड़न गिलहरी और लंगूर शामिल हैं.
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