अजमेर. पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने शुक्रवार को पत्र लिखकर राज्यपाल कलराज मिश्र से जयपुर में हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति ओम थानवी को नीतिगत निर्णय लेने और शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया से रोकने की मांग की है. देवनानी ने कहा कि पक्षपातपूर्ण एवं अन्यायिक निर्णय होने की आशंका के चलते कुलपति को कार्यकाल के अंतिम तीन महीनों में नीतिगत निर्णय लेने एवं नियुक्तियां करने से बचना चाहिए. लेकिन विश्वविद्यालय में स्वच्छ परंपराओं को ताक में रखकर धड़ल्ले से नियमविरुद्ध भर्ती करने को आमादा हैं, जिस पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाने की सख्त आवश्यकता है.
देवनानी ने कहा कि जयपुर में हरदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति का कार्यकाल डेढ माह बाद 8 मार्च 2022 को समाप्त हो रहा है. नए कुलपति के लिए समिति का गठन कर प्रक्रिया प्रारंभ की जा चुकी है. गत कई वर्षों की परंपरा रही है कि पक्षपातपूर्ण और अन्यायिक निर्णय होने की आशंका के चलते कुलपति को कार्यकाल के अंतिम तीन महीनों में नीतिगत निर्णय लेने एवं नियुक्तियां करने से रोका जाता है, लेकिन हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति थानवी ने हाल ही में शिक्षकों की नियुक्तियों के लिए विज्ञापन प्रकाशित करना इस परम्परा के विपरीत कार्य है.
देवनानी ने कहा कि कुलपति के कार्यकाल समाप्ति के दो माह पहले शिक्षकों की नियुक्ति का विज्ञापन निकालना पूर्व में चली आ रही स्वच्छ परंपरा का सरासर उल्लंघन है. विज्ञापित पदों में आरक्षण के लिए तैयार रोस्टर को मनमाने ढंग से तैयार किया गया है. साथ ही आपत्तियों को संधारित किए बिना ही विज्ञापन जारी कर दिया गया.
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देवनानी का कुलपति पर आरोप
देवनानी ने अपने लोगों को रेवडियां बांटने का आरोप (Vasudev Devnani allegations on Om Thanvi) लगाते हुए कहा कि विभिन्न शैक्षणिक पदों पर अपने चहेतों की भर्ती के लिए यूजीसी के नियमों का उल्लंघन कर अपने हिसाब से योग्यता निर्धारित की गई है. भर्तियों के लिए बनाए गए मनघडंत नियम अस्पष्ट और अपारदर्शी है. इससे विश्वविद्यालय की अस्मिता और शैक्षणिक वातावरण को भारी नुकसान है. शैक्षणिक पदों की नियुक्तियों के लिए विद्यापरिषद की बैठक में विषय विशेषज्ञों के पैनल में उनको भी लिया गया है जो स्वयं इन पदों के लिए आवेदन कर रहे हैं. विश्वविद्यालय में छह स्थाई शिक्षक कार्यरत है. यह सभी शिक्षक सीएएस के पात्र हैं और इनके सीएएस किए बगैर ही कुलपति नई नियुक्तियां करने के लिए आतुर हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में विश्वविद्यालय शैक्षणिक परिसर एक राजकीय होटल में संचालित हैं. कक्षाएं शयन कक्षों में चल रही हैं. इन कक्षों का आकार इतना छोटा है कि 15 छात्र भी नहीं बैठ सकते हैं. शिक्षण कार्य में भी बाधा आती है. ऐसे में विज्ञापित 23 पदों पर नियुक्त होने वाले शिक्षकों के बैठने की व्यवस्था कहा होगी? इन पर तनिक भी विचार नहीं हुआ है. देवनानी ने राज्यपाल से विगत वर्षों की स्वस्थ परंपरा पर विचार करते हुए हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति थानवी को नीतिगत निर्णय लेने और शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया से रोकने की मांग की है.