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अजमेरः ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह स्तिथ देग में बने मीठे चावल

अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में रविवार को बड़ी देग पकाई गई. इस बार देग में 4800 किलो मीठे चावल पकाए गए हैं. इन चावलों में शक्कर, घी, बादाम, काजू, दाख और अखरोट भी डाले गए हैं.

अजमेर दरगाह में बने मीठे चावल, Sweet rice made in Ajmer Dargah
अजमेर दरगाह में बने मीठे चावल
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Published : Jan 10, 2021, 7:35 PM IST

अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में रविवार को 10 महीने बाद बड़ी देग पकाई गई. कोरोना लॉकडाउन के कारण देग पकाने का काम बंद था, इस बार देग में 4800 किलो मीठे चावल पकाए गए हैं. इन चावलों में शक्कर, घी, बादाम, काजू, दाख और अखरोट भी डाले गए हैं.

बता दें कि देग में सिर्फ शाकाहारी खाना ही बनाया जाता है. जिसे हर मजहब के लोग आसानी से खा सके. दरगाह में पिछले दिनों देग की बुकिंग शुरू कर दी गई थी. बड़ी देग में 120 मन यानी 48 किलो और छोटी देग में 60 मन यानी 24 100 किलो खाना मीठे चावल के रूप में पकाया जाता है और इसका प्रसाद बांटा जाता है.

बताया जाता है कि मन्नत पूरी होने पर जायरीन देग पकाते हैं और इसके लिए बुकिंग की जाती है. गौरतलब है कि गरीब नवाज के उर्स की शुरूआत चांद दिखाई देने पर 12 या 13 फरवरी 2021 से हो जाएगी. 12 फरवरी 2021 को सुबह 4 बजे जन्नती दरवाजा खुल जाएगा. इसके साथ ही प्रतिदिन मजार शरीफ को गुसल देने और महफिल की रस्मो का आगाज होगा.

पढ़ें- वसुंधरा राजे के बाद सतीश पूनिया समर्थक भी सोशल मीडिया पर सक्रिय, 'लक्ष्य 2023 में पूनिया सरकार' नाम से पोस्ट वायरल

19 फरवरी को गरीब नवाज की छठी होगी और इसी कुल की रस्म के साथ उर्स का समापन होगा. बड़े कुल की रस्म 22 फरवरी को अदा की जाएगी. खुद्दाम ए ख्वाजा की ओर से बड़े कुल की फातिहा होगी और उसका विधिवत समापन होगा.

अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में रविवार को 10 महीने बाद बड़ी देग पकाई गई. कोरोना लॉकडाउन के कारण देग पकाने का काम बंद था, इस बार देग में 4800 किलो मीठे चावल पकाए गए हैं. इन चावलों में शक्कर, घी, बादाम, काजू, दाख और अखरोट भी डाले गए हैं.

बता दें कि देग में सिर्फ शाकाहारी खाना ही बनाया जाता है. जिसे हर मजहब के लोग आसानी से खा सके. दरगाह में पिछले दिनों देग की बुकिंग शुरू कर दी गई थी. बड़ी देग में 120 मन यानी 48 किलो और छोटी देग में 60 मन यानी 24 100 किलो खाना मीठे चावल के रूप में पकाया जाता है और इसका प्रसाद बांटा जाता है.

बताया जाता है कि मन्नत पूरी होने पर जायरीन देग पकाते हैं और इसके लिए बुकिंग की जाती है. गौरतलब है कि गरीब नवाज के उर्स की शुरूआत चांद दिखाई देने पर 12 या 13 फरवरी 2021 से हो जाएगी. 12 फरवरी 2021 को सुबह 4 बजे जन्नती दरवाजा खुल जाएगा. इसके साथ ही प्रतिदिन मजार शरीफ को गुसल देने और महफिल की रस्मो का आगाज होगा.

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19 फरवरी को गरीब नवाज की छठी होगी और इसी कुल की रस्म के साथ उर्स का समापन होगा. बड़े कुल की रस्म 22 फरवरी को अदा की जाएगी. खुद्दाम ए ख्वाजा की ओर से बड़े कुल की फातिहा होगी और उसका विधिवत समापन होगा.

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