अजमेर. रन फॉर होप के लिए दौड़ने वाली जिले की बेटी सूफिया खान का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है. इस दौरान सूफिया का सिर्फ एक ही मकसद रहा, 'देश के अलग-अलग शहरों में जाना और भाईचारे का संदेश देना'.
वैशाली नगर रातिडांग की रहने वाली सूफिया खान ने 3 साल पहले फिटनेस को लेकर दौड़ना शुरू किया था. जिसके बाद वह दिल्ली और आसपास की मैराथन में दौड़ने लगीं. साल 2018 में अल्ट्रा मैराथन जीतने पर सूफिया ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड अवार्ड जीता, जिससे उनके जीवन की दिशा ही बदल गई.
गोल्डन ट्रायंगल
देश-समाज के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा लेकर दौड़ने का मन बनाते हुए सूफिया ने रन फॉर ह्यूमैनिटी, रन फॉर पीस को लेकर 750 किलोमीटर के गोल्डन ट्रायंगल दिल्ली से आगरा, जयपुर और दिल्ली की दौड़ को पूरा किया.
कश्मीर से कन्याकुमारी
सूफिया ने बताया, कि 2019 में कश्मीर से कन्याकुमारी तक रन फॉर होप मानवता और भाईचारे का संदेश लेकर 87 दिनों में 4 हजार किलोमीटर की दौड़ को पूरा किया. यह दौड़ 25 अप्रैल को श्रीनगर के लाल चौक से शुरू हुई जो 21 जुलाई को कन्याकुमारी में संपन्न हुई. दौड़ को लेकर आमजन में उत्साह था. इसी के लिए सूफिया को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का अवॉर्ड भी मिला है.
अपनी शानदार सफलता के बाद अजमेर लौटीं सूफिया खान ने जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा से मुलाकात की. कलेक्टर ने सूफिया को बधाई दी. उन्होंने कहा, कि मैराथन की दौड़ और आगे उनके कार्यों में राज्य सरकार को सहयोग करने के लिए प्रस्ताव भी भेजा गया है. सूफिया की शानदार कामयाबी के लिए उन्हें 26 जनवरी को सम्मानित किया जाएगा.
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सूफिया का अगला पड़ाव है गोल्डन क्वाड्रीलेटरल
सोफिया ने बताया, कि 5 फरवरी को दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और मुंबई होते हुए दिल्ली तक 6 हजार किलोमीटर की दौड़ शुरू होगी. जिसमें उनका अगला पड़ाव गोल्डन क्वाड्रीलेटरल है.