अजमेर. शहर में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर जारी है. इसके तहत प्रशासन पुलिस और चिकित्सक मिलकर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं. इस जंग में सहयोग देने के लिए कई सामाजिक संस्थाएं भी सामने आई हैं. बता दें कि सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में खादिमों की दोनों संस्थाओं ने भी संस्था की संपत्तियों में कोविड सेंटर बनाने और आवश्यक चीजे उपलब्ध करवाने की कलक्टर से पेशकश की है.
खादिमों की दोनों संस्थाओं के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित से मुलाकर उन्हें हर संभव मदद करने का आग्रह किया है. साथ ही पदाधिकारियों ने बताया कि दरगाह क्षेत्र में खादिमों की दोनों संस्थाओं के तीन बड़े गेस्ट हाउस हैं. एक गेस्ट हाउस का उपयोग का कोविड सेंटर के रूप में किया जा सकता है. जहां मरीजों के रहने खाने पीने की व्यवस्था संस्था की ओर से की जाएगी. बशर्त की प्रशासन मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति वहां कर दें.
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इससे जेएलएन अस्पताल पर मरीजों का दबाव कम होगा. वहीं लोगों को अस्थाई कोविड सेंटर पर ही इलाज मिल सकेगा. बातचीत के दौरान कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि कोविड सेंटर्स की उतनी आवश्यकता नहीं है, जितनी कोविड-19 मरीज को दी जाने वाली ऑक्सीजन की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि यदि संस्था कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए आवश्यक ऑक्सीजन की व्यवस्था करती है तो इस प्रपोजल पर विचार किया जा सकता है.
बातचीत में कलेक्टर पुरोहित ने बताया कि कई सामाजिक संस्थाओं ने सहयोग और सहायता देने की पेशकश की है. साथ ही अंजुमन कमेटी के सचिव वाहिद अंगारा शाह ने बताया कि कलेक्टर से प्रपोजल पर विस्तार से बातचीत की गई है. जहां ऑक्सीजन बनाने की मशीनें खरीदने के लिए विशेषज्ञ से बातचीत की जाएगी. बातचीत में शामिल यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष यासिर चिश्ती ने बताया कि इंसान की जान से बड़ी मशीनें नहीं है संस्था की ओर से मशीनें खरीदने के लिए संबंधित फार्म से बातचीत की जाएगी. उन्होंने बताया कि लोगों की सहायता के लिए अंजुमन कमेटी हमेशा से तत्पर रही है.