अजमेर. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की चेन तोड़ने के लिए डोर टू डोर सर्वे और दवा वितरण अभियान का दूसरा चरण जिले में शुरू हो चुका है. सर्वे के दौरान सर्दी-खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों को दवा वितरित की जा रही है. साथ ही ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन लेवल चेक करने के साथ प्रोनिंग की जानकारी भी दी जा रही है. अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम कैलाश चंद शर्मा ने बताया कि डोर टू डोर सर्वे और दवा वितरण अभियान का दूसरा चरण जिले में शुरू हो चुका है.
उन्होंने कहा कि इसके तहत सर्दी-खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों को घर पर ही दवा उपलब्ध करवाने का उद्देश्य है, ताकि इलाज के लिए उन्हें बाहर चिकित्सक तक नहीं आना पड़े. यदि वह बाहर आते हैं तो अन्य लोग भी उनसे संक्रमित होते हैं. यही वजह है कि बीमारी के लक्षण देखने पर मरीज को घर पर ही दवा दी जा रही है. साथ ही मरीज के शरीर का ऑक्सीजन लेवल भी ऑक्सीमीटर से मापा जा रहा है. ऑक्सीजन लेवल कम होने की स्थिति में शरीर का ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए प्रोनिंग की जानकारी भी दी जा रही है. साथ ही हर घर पर सर्वे की टीम का मोबाइल नंबर भी छोड़ा जा रहा है, ताकि किसी घर में सर्दी खांसी जुकाम बुखार का मरीज हो तो सूचना मिलने पर सर्वे टीम मरीज को दवा पहुंचाने का काम करती है.
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शर्मा ने बताया कि डोर टू डोर सर्वे से मरीज चिन्हित हो रहे हैं. साथ ही प्रारंभिक अवस्था में ही उन्हें घर पर ही इलाज मिल रहा है. इलाज के लिए उन्हें डिस्पेंसरी या अस्पताल नहीं आना पड़ रहा है, जिससे अन्य लोगों में भी संक्रमण फैलने की गुंजाइश कम हो रही है. डोर टू डोर सर्वे और दवा वितरण अभियान की जिला स्तर पर लगातार मॉनिटरिंग हो रही है. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे का कार्य जारी है. शहरी क्षेत्रों में इंसीडेंट कमांडर और ग्रामीण क्षेत्रों में पीओ सर्वे की निगरानी रख रहे हैं.