अजमेर. संभाग में सुबह और रात के तापमान में गिरावट आई है. जबकि दिन में चिलचिलाती धूप से तापमान बढ़ जाता है. ऐसे में सर्द-गर्म का मौसम होने से लोग सर्दी, खासी, जुखाम और बुखार की चपेट में आ रहे हैं.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, अजमेर जोन के संयुक्त निदेशक डॉ. इंद्रजीत सिंह ने बताया कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. साथ ही पीएचसी और सीएचसी, उप जिला और जिला स्तर के अस्पतालों में अलग से ओपीडी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि डोर-टू-डोर सर्वे के माध्यम से बुखार के मरीजों के बारे में विशेष जानकारी जुटाई जा रही है.
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इस सर्वे की रिपोर्ट प्रतिदिन मुख्यालय को भेजी जा रही है. अजमेर जोन में डेंगू और मलेरिया के मरीज सामने नहीं आ रहे हैं. हालांकि मौसम में बदलाव आ जाने से मौसमी बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं, उन जगहों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है.
इधर, मौसमी बीमारियों के बढ़ने से संभाग के सबसे बड़े जेएलएन अस्पताल में भी ओपीडी बढ़ गई है. ओपीडी के बाहर इलाज के लिए मरीजों की कतार लगने लगी है. सर्द-गर्म मौसम होने की वजह से चिकित्सक विशेष सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं.