अजमेर. गुलाबबाड़ी क्षेत्र में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक महिला ने जमकर हंगामा किया. महिला का आरोप है कि डिस्पेंसरी में 16 माह के शिशु के टीका लगाने से मौत हो गई. महिला ने अलवर गेट थाने में नर्स के खिलाफ शिकायत दी है. जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के मुख्य अधिकारी डॉ केके सोनी ने जांच कमेटी गठित करने के आदेश (Committee constituted to investigate child death in Ajmer) दिए हैं.
गुलाबबाड़ी क्षेत्र में रहने वाली हेमलता चौहान ने नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया है. हेमलता का आरोप है कि उसकी बेटी निहारिका के 16 माह के शिशु को टीका लगवाने के लिए बुधवार को डिस्पेंसरी लाया गया था. शिशु का वजन कम होने के कारण नर्स को टीका नहीं लगाने को कहा था. लेकिन नर्स ने बच्चे को तीन इंजेक्शन लगा दिए. शिशु को घर ले जाने के बाद देर रात उसने दम तोड़ दिया. शिशु की नाक से झाग निकल रहे थे. उसका आधा शरीर नीला पड़ गया था.
पढ़ें: लापरवाहीः महिला को गलत दवा देने से गर्भ में पल रहे शिशु की मौत
उन्होंने बताया कि शिशु के पिता की मौत 6 माह पहले हो चुकी है. परिवार उस दुख से बाहर भी नहीं निकल पाया था कि यह दर्द मिल गया. नर्स का कहना है कि टीके 20 से ज्यादा शिशुओं को लगाए लगाए थे. उनमें से किसी को भी कुछ नहीं हुआ. संभवत बच्चे की मौत किसी अन्य कारण से हुई है. इधर हंगामे की सूचना मिलते ही अलवर गेट थाना पुलिस मौके पर पहुंची.
पढ़ें: बूंदी के मातृ शिशु अस्पताल में प्रसूता के पेट में 7 माह के शिशु की मौत, परिजनों ने किया हंगामा
शिशु की मौत का मामला जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ केके सोनी तक पहुंच गया. डॉ सोनी ने बताया कि जिस वायल से शिशु को टीका लगाया था, उस वायल से अन्य शिशु को भी टीका लगा है. करोड़ों में से इस तरह का कोई एक केस हो सकता है. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. परिजनों की ओर से विभाग को कोई शिकायत नहीं मिली है. फिर भी मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच के लिए टीम गठित की है.